प्रवर्तन निदेशालय ने 3 अगस्त को DMK विधायक सेंथिल बालाजी से जुड़े नौ स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया, जिन्हें ‘कैश फॉर जॉब्स’ घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। वर्तमान में वह न्यायिक हिरासत के तहत केंद्रीय कारागार, पुझल में हैं। ED ने ‘कैश फॉर जॉब्स’ घोटाले से संबंधित चेन्नई में CBI द्वारा दर्ज़ तीन FIR के आधार पर जांच शुरू की है: प्रवर्तन निदेशालय
CCTV फुटेज की जांच से पता चला कि बैग ड्राइवर शिव को सौंप दिए गए थे। जब शिव के घर की तलाशी ली गई, तो वह पहले ही फरार हो चुका था और शांति के घर की तलाशी के बारे में सुनकर उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया था। शिव के आवास पर तलाशी के दौरान 22 लाख रुपये की नकदी और 16.6 लाख रुपये के बेहिसाब कीमती सामान के साथ-साथ 60 भूमि पार्सल के अस्पष्ट संपत्ति दस्तावेज मिले हैं: ED
शांति ने जांच में सहयोग नहीं किया और तलाशी कार्यवाही में भाग नहीं लिया। ED की जांच में पता चला कि उनके पास आय का कोई स्रोत नहीं है। शिव ने अपने बयान में स्वीकार किया कि शांति ने उसे बैग इस डर से दिए थे कि आपत्तिजनक विवरण उजागर हो जाएंगे। जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि ज़ब्त की गई संपत्ति और नकदी वी. सेंथिल बालाजी के करीबी सहयोगी एस.टी. सामिनाथन की है: ED
मैंने यहां स्थिति की समीक्षा की है। जो मामले दर्ज हैं, जांच और अन्य कानून व्यवस्था के मुद्दों के संबंध में विस्तृत निर्देश दिए गए हैं, जांच के तेज करने के लिए और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए…यहां 145 गिरफ्तारियां हुईं हैं और 55 मामले दर्ज़ किए गए हैं: नूंह हिंसा पर हरियाणा के डीजीपी पी.के. अग्रवाल
जब उनसे कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में बताए गए किसी पाकिस्तानी कनेक्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “नहीं, ऐसा नहीं है। अभी इन सब चीजों पर तुरंत प्रतिक्रिया देना ठीक नहीं है। जो बातें हमारे पास आई हैं हम उनकी जांच करेंगे, उसकी तह तक जाएंगे और दोषियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई करेंगे।”