फिलहाल विपक्ष के पास चुप बैठने की सिवाय कोई चारा नहीं? रिपोर्ट-नैना

नई दिल्ली 28 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही 2019 के आम चुनाव को लेकर अभी चुनावी सभाएं नहीं कर रहे हो, लेकिन देश में जिस तरह से बीजेपी अपने राजनीतिक संदेशों को प्रचारित कर रही है और जिस माहौल में राजनीतिक परिदृश्य फंसा है, उसमें विपक्ष के पास फिलहाल चुप रहने के सिवाय कोई मौका नहीं है।

पुलवामा हमले में मारे गए जवानों की तस्वीर बैकग्राउंड में लगाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुरू की रैली में जिस तरह से देश सुरक्षित हाथों में हैं और झुकने नहीं दूंगा के नारे लगाए थे, वह बीजेपी की सियासत को एक ऐसा हथियार बना रहे हैं, जिसकी फिलहाल विपक्ष के पास कोई काट नहीं है।

पहले यह कहा गया था कि पुलवामा में जवानों के शहीद होने पर प्रधानमंत्री रैलियां कर रहे हैं , जबकि एक जवान पाकिस्तान के कब्जे में है और अब जब वह जवान वापस आ गया है, तो मोदी के लिए राजनीतिक परिवेश पूरी तरह से उनके पाले में हो गया है।

आपको याद होगा कि बीते कुछ दिनों पहले ही देश में विकास एनपीए राम मंदिर राफेल विवाद बेरोजगारी आदि मुद्दे विपक्ष ने ऐसी उठाए थे कि इसके बाद बीजेपी दबाव में आ गई थी।

इस बीच कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी को राजनीति में एंट्री कर आना और समाजवादी पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी के बीच गठजोड़ ने बीजेपी को और अधिक दबाव में ला दिया था।

इधर, पुलवामा हमले के बाद जैसे बीजेपी पूरे जोश के साथ वापस लौटी है, तो विपक्ष एकदम बैक पर चला गया है। राष्ट्रवाद की थीम पर बीजेपी की जोरदार वापसी ने विपक्ष को सकते में ला दिया है।

आपको याद होगा कि पिछले कुछ महीने में पूरे देश में जिस प्रकार से तिरंगा यात्रा निकालना चुनावी रैलियों में भारत माता की जय कारे लगवाना और जय श्रीराम के नारे लगवा ना शायद बीजेपी के मिशन 2019 का एक बड़ा हिस्सा थे जो वर्तमान में राष्ट्रवाद की भावना को पूरी तरह से बीजेपी के पक्ष में करते नजर आ रहे हैं।

वर्तमान राजनीतिक हालातों में विपक्ष के पास मोदी सरकार की आलोचना करने का कोई मौका नजर नहीं आ रहा है इस मौके पर जब विपक्ष ने थोड़ी देर के लिए आवाज भी उठाई कि पुलवामा हमले के बाद मोदी जिम कार्बेट पार्क में डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग कर रहे थे लेकिन उसके बाद वायु सेना के स्ट्राइक और फिर विंग कमांडर अभिनंदन की वापसी ने विपक्ष को पूरी तरह से हताश कर दिया है।

आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भले ही मोदी से वायु सेना की स्ट्राइक को लेकर जानकारी मांगी हो, लेकिन उन्हें भी बीजेपी सेनाओं की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस का हवाला देकर चुप कर सकती है। बहुत मुमकिन है कि बीजेपी ममता बनर्जी के इस सवाल को ही उन्हें राजनीतिक तौर पर देने के लिए इस्तेमाल कर ले।

फिलहाल जो राजनीतिक हालात है उस में विपक्ष के मुंह में कोई जुबान नजर नहीं आ रही है, जबकि बीजेपी के पास हर तरफ से फायदे की लकीर दिख रही है । वह कह सकती है कि बीजेपी हारी तो यह पाकिस्तान की जीत होगी।

मोदी ने जिस तरह से मेरा बूथ सबसे मजबूत अभियान को राष्ट्र निर्माण महायज्ञ से जोड़ दिया है, उससे विपक्ष के पास फिलहाल किसी प्रकार की कोई काट दिख नहीं रही है। राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि विपक्ष को अभी कुछ दिनों इंतजार करना ही होगा, क्योंकि उनके पास मोदी मोदी पर हमला करने के लिए कोई भी हथियार नहीं है, जिसे वह राजनीतिक तौर पर चला सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *