कानपुर 29 जून। आसमान खुराना की फिल्म आर्टिकल 15 की रिलीज पर रोक लगाने को लेकर ब्राह्मण समाज ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। फिल्म को लेकर समाज ने देश भर के कई सिनेमाघर के बाहर प्रदर्शन भी किया है । बैनर और पोस्टर फाड़ दिए गए हैं ।
कानपुर में बवाल को देखते हुए प्रबंधन ने पहले शो इंटरवल में ही बंद कर दिया । दर्शकों को टिकट के पैसे भी वापस कर दिए गए। पुलिस और पीएसी के तैनात होने के बाद भी एक थियेटर को छोड़कर बाकी सिनेमाघरों में फिल्म का संचालन नहीं किया गया।
उधर ब्राह्मण समाज के लोगों के भारी विरोध को देखते हुए रुड़की में फिल्म आर्टिकल-15 के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है। एएसडीएम के आदेश के अनुपालन में सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने सिनेमा हॉल मालिकों को अग्रिम आदेशों तक फिल्म प्रदर्शित नहीं करने के आदेश जारी किए हैं। दूसरी ओर, हरिद्वार में ब्राह्मण संगठनों ने सिडकुल स्थित सिनेमाघर के बाहर आर्टिकल-15 के विरोध में नारेबाजी करते हुए फिल्म का शो बंद करा दिया। इस दौरान सिनेमा हॉल पर भारी पुलिस बल तैनात रहा।
फिल्म का विरोध कर रहे लोगों का आरोप है कि फिल्म के निर्देशक अनुभव सिन्हा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक गांव में हुए चचेरी बहनों के दुष्कर्म के बाद हत्या पर फिल्म बनाए जाने की बात कही थी , लेकिन फिल्म सत्य घटना के खिलाफ है । इसमें निर्देशक ने ब्राह्मण को दुराचार और हत्या का आरोपी बताते हुए पूरे ब्राह्मण समाज की छवि को खराब करने की कोशिश की है, जो सही नहीं है