नई दिल्ली 21 मई पिछले लोकसभा चुनाव मैं बेहतर प्रदर्शन ना होने से परेशान चल रही बसपा अब नए सिरे से तैयारी में जुट गई है एक नई फैसले के तहत पार्टी में युवाओं की संख्या बढ़ाने के लिए हिस्सेदारी को 50 फ़ीसदी तक ले जाने का निर्णय लिया गया है
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक दिल्ली में आयोजित केडर शिविर में भारी संख्या में युवाओं को बुलाया गया
दरसल बसपा रोहित वेमुला की आत्महत्या के मामले में जिस तरह से दलित युवाओं ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया औऱ भारत बंद में भी अहम भूमिका निभाई उस से बसपा की नजर युवाओं पर जा टिकी है पार्टी के अंदर और संगठन में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए 35 साल से कम उम्र के युवाओं को नई जिम्मेदारी देने का फैसला किया गया है
बीएसपी के दिल्ली चीफ कोऑर्डिनेटर महेश आर्य ‘कैडर शिविर’ के मुख्य अतिथि थे. उन्होंने कहा कि बसपा एक राष्ट्रीय पार्टी है और देश में युवा बड़ी संख्या में हैं. ऐसे में पार्टी ने फैसला किया है कि 35 साल तक के युवाओं को पार्टी संगठन में भागीदारी दी जाएगी.
उत्तर प्रदेश में बसपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि युवाओं को बूथ से लेकर सेक्टर और जोन स्तर पर पार्टी के विभिन्न टीमों में 50 फीसदी पदों पर उनकी क्षमताओं के अनुसार पद दिए जाएंगे.
महेश आर्य ने कहा कि युवाओं को राजनीति में प्रवेश करने और राष्ट्र की सेवा के लिए काम करने के लिए बसपा एक उचित मंच प्रदान करना चाहती है. उन्होंने कहा कि युवाओं को संगठन में 50 प्रतिशत भागीदारी दी जाएगी, लेकिन उन्हें अनुशासन के साथ अपनी जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाना पड़ेगा.