हमारे प्रिय बुंदेलखंड की माटी, जल, जंगल, जमीन, खनिज, हवा, अस्मिता और संस्कृति पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। आज हमारा क्षेत्र अनेक समस्याओं से जूझ रहा है, और यह आवश्यक है कि हम सभी मिलकर इन समस्याओं का समाधान करें। इसके लिए एक पृथक बुंदेलखंड राज्य का निर्माण अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है।
बुंदेलखंड के प्राकृतिक संसाधन, जिनमें जल, जंगल, खनिज और जमीन शामिल हैं, बाहरी तत्वों द्वारा अंधाधुंध दोहन का शिकार हो रहे हैं। हमारे युवाओं को रोजगार के लिए अन्यत्र पलायन करना पड़ रहा है और हमारे क्षेत्र की अस्मिता और संस्कृति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। यदि हम अपनी विरासत और संसाधनों की सुरक्षा करना चाहते हैं, तो हमें एकजुट होकर एक पृथक बुंदेलखंड राज्य के निर्माण के लिए संघर्ष करना होगा।
हमारे युवाओं के रोजगार के अवसर, चाहे वह चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हों या डिप्टी कलेक्टर, सुनिश्चित करने के लिए हमें अपना अधिकारिक राज्य चाहिए। बुंदेलखंड के युवाओं का हक बुंदेलखंड में ही सुरक्षित रहना चाहिए। एक स्वतंत्र बुंदेलखंड राज्य ही हमारे युवाओं को उनके अधिकार दिला सकता है और उन्हें अपने घर पर ही रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान कर सकता है।
इस आंदोलन में हमें बुंदेलखंड के दुश्मनों से सावधान रहना होगा जो हमारे क्षेत्र के संसाधनों का दुरुपयोग कर रहे हैं और हमारी संस्कृति को हानि पहुँचा रहे हैं। हमें अपनी आवाज को बुलंद करना होगा, अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित होना होगा और सरकार तक अपनी मांगें पहुँचानी होंगी।
हम सबको मिलकर इस पवित्र उद्देश्य में सहयोग करना चाहिए। अपनी आवाज उठाएं, अपने विचार साझा करें, और इस आंदोलन को समर्थन दें। एकजुट होकर हम सरकार तक अपनी मांगें पहुंचा सकते हैं और पृथक बुंदेलखंड राज्य के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं।
बुंदेलखंड की धरोहर, हमारी संस्कृति, और हमारे युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए यह आवश्यक है कि हम सभी मिलकर कार्य करें। आइए, हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि अपने बुंदेलखंड को उसका अधिकार दिलाकर ही रहेंगे।
आपका सहयोग और समर्थन अत्यंत महत्वपूर्ण है।
धन्यवाद,
आपका साथी
कुंवर सत्येन्द्र पाल सिंह
राष्ट्रीय अध्यक्ष
बुंदेलखंड क्रांति दल