नई दिल्ली 5 अप्रैलः पिछले दिनो एससीएसटी ऐक्ट को लेकर देशभर मे हुये प्रदर्शन ने भाजपा को चिंतित कर दिया है। पार्टी ने आंदोलन के बाद हुये नुकसान की भरपाई के लिये प्लान तैयार किया है। अब वो अंबेडकर के सहारे ही जीत के रास्ते पर आगे बढ़ेगी।
अंबेडकर जयंती को मोदी सरकार के सभी मंत्री देश के अलग-अलग शहरों में जाएंगे और राष्ट्रीय न्याय दिवस मनाएंगे. इसके अलावा बीजेपी के सभी सांसद भी अपने-अपने क्षेत्र में राष्ट्रीय न्याय दिवस मनाएंगे. सभी मंत्री और सांसद अंबेडकर जयंती पर कार्यक्रमों, प्रेस कॉन्फ्रेंस और सभाओं के जरिए जनता के बीच जाकर यह संदेश देंगे कि मोदी सरकार और बीजेपी दलितों के साथ खड़ी है. साथ ही यह बताया जाएगा कि SC/ST एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका के जरिए सरकार दलितों का पक्ष मजबूती से रख रही है.
इसी कड़ी में बुधवार को पीएम मोदी ने भी एक कार्यक्रम में साफ कर दिया कि उनकी सरकार भीमराव अंबेडकर के दिखाए रास्ते पर चल रही है. इतना ही नहीं, पीएम मोदी अंबेडकर जयंती से एक दिन पहले 13 अप्रैल को दिल्ली के अलीपुर में अंबेडकर मेमोरियल का उद्घाटन करेंगे. यह मेमोरियल उस स्थान पर बनाया गया है, जहां पर भीमराव अंबेडकर ने अंतिम सांस ली थी.
14 अप्रैल को पीएम मोदी छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिला जाएंगे. यह देश के सबसे पिछड़े 114 जिलों में से एक है. मोदी सरकार इन 114 जिलों की पहचान करने के बाद अब यहां विकास कार्यों पर विशेष ध्यान देगी. इसके लिए मंत्रियों का एक समूह भी बनाया गया है. इस कार्य की शुरुआत पीएम मोदी अंबेडकर जयंती के दिन ही करेंगे. साथ ही यह संदेश देंगे कि अंबेडकर के सपने को पूरा करने के लिए उन समाज को आगे लाया जाए, जो पिछड़े हुए हैं.
अंबेडकर जयंती से पांच मई तक खास विशेष अभियान
बीजेपी 14 अप्रैल (अंबेडकर जयंती) से पांच मई तक ग्राम स्वराज अभियान चलाएगी, जिसके तहत 18 अप्रैल को राष्ट्रीय स्वच्छता दिवस, 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस, 30 अप्रैल को स्वास्थ्य दिवस, दो मई को किसान कल्याण दिवस और पांच मई को रोजगार दिवस के रूप में मनाएगी. सूत्रों की माने तो बीजेपी आलाकमान जल्द ही बहराइच से अपनी दलित सांसद सावित्री बाई फुले से बात करेगी.