भारत की पहली कन्या पाठशाला के निर्माता थे महात्मा ज्योतिराव फुले:अरविंद वशिष्ठ
झांसी:आज समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड द्वारा महात्मा ज्योतिराव की जयंती मनाई गई कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अरविंद वशिष्ठ उपस्थित रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता यूथ ब्रिगेड के जिला अध्यक्ष सैयद अली ने की।
मुख्य अतिथि अरविंद वशिष्ठ ने कहा कि महात्मा ज्योतिराव फुले कुप्रथा, अंधश्रद्धा के जाल से समाज को मुक्त करना चाहते थे। उन्होंने ने अपना सम्पूर्ण जीवन स्त्रियों को शिक्षा प्रदान कराने , स्त्रियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने में व्यतीत किया । 19 वी सदी में स्त्रियों को शिक्षा नहीं दी जाती थी महात्मा फुले स्त्री-पुरुष भेदभाव को मिटाना चाहते थे। उन्होंने कन्याओं के लिए भारत देश की पहली पाठशाला पुणे में बनाई थीं। वह स्त्रियों की तत्कालीन दयनीय स्थिति से व्याकुल और दुखी होते थे इसीलिए उन्होंने दृढ़ निश्चय किया कि वे समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाकर ही रहेंगे। इसलिए उन्होंने अपनी धर्मपत्नी सावित्रीबाई फुले को भी स्वयं शिक्षा प्रदान की। और बाल विवाह का विरोध ,विधवा विवाह का समर्थन और मूल रूप से स्त्रियों को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया ऐसे महापुरुष को हम शत-शत नमन करते हैं ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष मुलायम सिंह बिग्रेड सैयद अली ने कहा कि महात्मा ज्योतिराव फुले महान स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे। स्वतंत्रता के बाद उन्होंने समाज में समानता और न्याय की लड़ाई लड़ी।
संचालन हैदर अली ने किया आभार मनीष कश्यप ने व्यक्त किया।
उक्त अवसर पर छात्र सभा के जिला अध्यक्ष अयान अली हाशमी, अभिषेक दिक्षित, अमित प्रजापति, आशीष बाजपेई, आलोक ठाकुर, सुशील कुशवाहा, आर के अमरया, धन सिंह कुशवाहा, आदि उपस्थित रहे।
भारत की पहली कन्या पाठशाला के निर्माता थे महात्मा ज्योतिराव फुले:अरविंद वशिष्ठ
