माथे की बिन्दी है हिन्दी , भारत मां की शान, देश के बसते इस प्रान

झांसी/ अखिल भारतीय साहित्य परिषद की मासिक काव्य गोष्ठी हिन्दी दिवस को आयोजित की गयी । जिसकी अध्यक्षता डा प्रताप नारायण दुबे ने की । इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा ब्रजलता मिश्रा व विशिष्ट अतिथि कृष्ण मुरारी श्री वास्तव सखा रहे । कार्यक्रम का सफल संचालन डा राजेश तिवारी मक्खन ने किया ।
इस अवसर पर हिन्दी भाषा का गुणगान करते हुए इसकी व्यापकता व विशालता पर चर्चा हुई । सभी काव्य मनीषियों ने अपनी अपनी रचनाएँ हिन्दी दिवस को समर्पित की । इस काव्य संगोष्ठी में डा. प्रताप नारायण दुबे, डा. ब्रजलता मिश्रा, डा. कृष्ण मुरारी श्री वास्तव सखा, राम बिहारी सोनी तुक्कड़ , डा. विजय प्रकाश सैनी, डा. राजेश तिवारी मक्खन, शरद मिश्र आदि ने उपस्थित हो कर काव्य पाठ किया । अन्त में सभी का आभार डा. विजय प्रकाश सैनी ने किया ।

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