नई दिल्ली 20 मार्च। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने भले ही चुनाव ना लड़ने का ऐलान किया हो , लेकिन उन्होंने अपने प्रधान मंत्री और मंत्री बनने के संभावनाओं के रास्ते खुले रखे हैं। दरअसल मायावती के चुनाव ना लड़ने के फैसले के बाद पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में मायूसी देखने को मिल रही थी ।
इसके बाद मायावती ने स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट किए हैं जिसमें चुनाव ना लड़ने के फैसले के बारे में बताया गया है।
मायावती ने कहा कि जिस प्रकार 1995 में जब मैं पहली बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी थी, तब मैं यूपी के किसी भी सदन की सदस्य नहीं थी । ठीक उसी प्रकार केंद्र में भी पीएम/ मंत्री को 6 माह के भीतर लोकसभा राज्यसभा का सदस्य बनना होता है ।
इसलिए अभी मेरे चुनाव नहीं लड़ने के फैसले से लोगों को कतई मायूस नहीं होना चाहिए।