नई दिल्ली 12 सितंबर शराब कारोबारी विजय माल्या लंदन में कोर्ट के बाहर बुधवार को जो बयान दिया उसके बाद भारतीय राजनीति में भूचाल आ गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने माल्या के बयान के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली से इस्तीफा मांगा है।
विजय माल्या ने कोर्ट के बाहर मीडिया को बताया कि मुझे दोनों बड़ी पार्टियों ने राजनीतिक फुटबॉल बना दिया और बाद में मुझे बलि का बकरा बनाया गया. उसने बताया कि जेनेवा में एक मीटिंग में शामिल होने की वजह से मैं देश से बाहर आया था
विजय माल्या ने अपने बयान में कहा कि वह देश होने के पहले अरुण जेटली से मिलना चाहता था लेकिन ऐसा नहीं हो सका अपने बयान के बाद मचे सियासी तूफान के बीच माल्या ने बाद में सफाई दी।
माल्या का बयान आने के बाद आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर सवाल उठाए हैं इसके अलावा भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी का पुराना ट्वीट भी रिपीट किए जाने लगा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि विजय माल्या देश छोड़ कर कैसे जा सकता था क्योंकि हवाई अड्डे पकड़ी नाकेबंदी थी , लेकिन वह कौन सा असरदार स्वच्छता जिसने यह सब कमजोर कर दिया था।
अपने बयान में विजय माल्या ने सफाई देते हुए कहा कि जेटली से उनकी औपचारिक मुलाकात नहीं की थी, बल्कि मीडिया ने उनके बयान को लेकर विवाद पैदा कर दिया. माल्या ने कोर्ट से बाहर आकर कहा कि मैं सिर्फ यह बता रहा था कि किस तरह भारत से बाहर आया. सुनवाई के बाद कोर्ट ने माल्या पर फैसले के लिए 10 दिसंबर की तारीख तय की है.