लखनऊ 19 अप्रैल। 24 साल पहले 1995 गेस्ट हाउस कांड की यादें आज एक बार फिर मायावती के जहन में ताजा हो गई। मुलायम सिंह के साथ मंच साझा करते हुए मायावती के अंदर की टीस उभर कर सामने आ गई। हालांकि मायावती ने पुरानी दुश्मनी को बुलाकर मैनपुरी में मंच साझा किया।
लोकसभा चुनाव में गठबंधन की असलियत पर सफाई देते हुए मायावती ने कहा कि सवाल उठेगा कि 2 जून 1995 को हुए गेस्ट हाउस कांड के बाद यूपी में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं ।
इसका जवाब पहली भी दे चुके है और उसे दोबारा दोहराना नहीं चाहती। उन्होंने कहा की जनता और पार्टी के हित मे कभी-कभी हमें ऐसे कठिन फैसले लेने पड़ते हैं। हमने देश के वर्तमान हालातों के चलते प्रदेश में सपा के साथ गठबंधन करने का फैसला किया है।
मंच से दोनों दलों के नेताओं ने एक दूसरे की जमकर तारीफ की मायावती ने मंच से ही कहा कि ना भूलने वाले कांड की यादों को हमने देश के लिए भुला दिया।
मायावती के इस कथन से साफ है कि उनकी अंदर अभी भी गेस्ट हाउस कांड को लेकर टीस है।