नई दिल्ली 29दिसम्बरः हार को झेल रही कांग्रेस के लिये मेघालय से बुरी खबर आयी है। यहां पांच विधायको ने इस्तीफे दे दिये हैं। इनके बीजेपी मे जाने की अटकले तेज हो गयी हैं।
मुख्यमंत्री मुकुल संगमा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को यह जोरदार झटका है। 60 सदस्यीय विधानसभा मे कांग्रेस की ताकत अब 29 से घटकर 24 हो गयी है।
हालांकि, संगमा की सरकार के लिए तत्काल कोई खतरा नहीं है क्योंकि इसमें स्वतंत्र और सहयोगी दलों का समर्थन है।
शुक्रवार को अपनी विधानसभा सीट छोड़ने वाले विधायकों में कांग्रेस के पूर्व उपमुख्यमंत्री रोवेल लिंगदोह, पूर्व मंत्री प्रेस्टन तर्नसोंग और स्निआभभालंग धर, उमरोई के विधायक न्यायतेलांग धार,यूडीपी के रेमिंगटन पायोनग्रोप, निर्दलीय स्टीफानसन मुखिम और होप फुल बैमन शामिल है।
विधानसभा के सचिव ने कहा कि विधायकों ने राज्य विधानसभा से उनके इस्तीफे दिए हैं। इस संबंध में एक अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी। पार्टी सूत्रों ने कहा कि सभी आठ विधायक 4 जनवरी को शिलॉग में एक सार्वजनिक रैली में एनपीपी में शामिल होने की उम्मीद है।
केंद्र में एनडीए शासन के सहयोगी, एनपीपी मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार का हिस्सा है और भाजपा की अगुवाई वाली पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (एनईडीए) के एक घटक भी है।