मेरठ 7 मई । नगर के मेघदूत पुलिया पर सोमवार को सरेआम भाजपाइयों ने गुंडागर्दी की ।।बाइक में टक्कर लगने का विरोध करने पर दरोगा के पुत्र और उसकी पत्नी को पीटा। कपड़े तक फाड़ दिए ।।यह मामला पुलिस थाने में भी हंगामा और रस्साकशी के बीच काफी देर तक चलता रहा।। बाद में दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर मुकदमा लिखाया।
बताया जाता है कि जागृति विहार सेक्टर 6 निवासी दरोगा तेज बहादुर सिंह का पुत्र प्रशांत अपनी पत्नी आरती को लेकर पीएल शर्मा रोड स्थित डॉक्टर के क्लीनिक पर बाइक से जा रहा था
मेघदूत पुलिया चौराहे पर सामने से आ रही एक स्कॉर्पियो में बाइक में टक्कर मार दी ।।बताते हैं कि गाड़ी में भाजपा नेता दिग्विजय सिंह निवासी जागृति विहार सवार थे।
आरोप है कि बाइक में टक्कर मारने का विरोध करने पर दिग्विजय सिंह दो भाजपा कार्यकर्ताओं और गाड़ी में बुर्का पहने बैठी एक महिला ने दंपति के साथ जबरदस्त मारपीट की . इतना ही नहीं महिला के कपड़े तक फाड़ डाले।
यह देखकर प्रशांत ने अपने शर्ट निकाली और पत्नी को पहना . दंपत्ति ने हंगामा कर दिया। महिला स्कॉर्पियो के आगे लेट गई । इसके बाद चौराहे पर जाम लग गया।
घटना की जानकारी होने पर बजरंग दल के प्रदेश संयोजक बलराज डूंगर भी कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंच गए ।।दंपत्ति को लोगों ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं हटी। करीब आधे घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को थाने ले आई।
भाजपाइयों की यह गुंडागर्दी लोगों ने देखी ।।पति पत्नी चिल्लाते रहे और भाजपा नेता के पक्ष में नेता और कार्यकर्ता आते रहे । कोई जाम लगाने का हवाला देकर दंपति को धमका रहा था तो कोई कानून की दुहाई दे रहा था । महिला दरोगा की पुत्रवधू थी इसलिए वह हटी। बह चिल्लाकर गोली चाहे जितने भी लोगों को बुला लो तभी हटेगी जब पुलिस आ जाएगी।
दंपती के पक्ष में करीब 25 लोग थाने पहुंचे। वहीं भाजपा नेता के पक्ष में करीब 150 कार्यकर्ता आ गए। भाजपाइयों ने थाने में खूब हंगामा किया और पुलिस व पीड़ित दंपती पर दबाव बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पुलिस भी दंपती को समझाने में लगी हुई थी कि कोई बात नहीं, फैसला कर लो। हम माफी भी मंगवा देंगे।
महिला बोली कि सरेआम उनके साथ मारपीट की गई और कपड़े फाड़े हैं। वह कतई समझौता नहीं करेंगे। बात सम्मान की है, जिसने जो किया, उसकी सजा मिलनी चाहिए। महिला नहीं मानी और भाजपा नेता दिग्विजय सिंह व एक महिला समेत पांच लोगों के खिलाफ मारपीट, छेड़खानी और एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा पंजीकृत दर्ज कराया।
भाजपा नेता ने भी कराया केस
दंपती ने समझौता नहीं किया, तो भाजपाई भी मुकदमा पंजीकृत कराने पर अड़ गए। दिग्विजय सिंह का कहना था कि महिला खुद को एसपी क्राइम डॉ. बीपी अशोक की रिश्तेदार बता रही थी। एसपी क्राइम बार-बार दरोगा को फोन कर मुकदमा पंजीकृत करने का दबाव बना रहे थे।
दिग्विजय की तहरीर पर भी दंपती पर केस दर्ज हुआ, जिसमें भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि उनकी गाड़ी में दूसरे समुदाय की एक महिला और एक युवक भी सवार थे।