नई दिल्ली 6 सितम्बरः हम चुनाव मे किये गये भाजपा के 15 लाख हर बैंक खाते मे पहुंचने की बात नहीं कर रहे हैं। यहां बात प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाले पैसो को हो रही है। सरकार ने हर घर मालिक का पास बुक बनाने का फैसला किया है। मंशा यह है कि सरकारी पैसा पूरी तरह से योजना मे लगे।
आइये आपको समझाते है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत क्या नया किया है। सरकार इस योजना के तहत पात्र व्यक्ति की पासबुक बनाएगी। इसमे आने वाले पैसे का पूरा ब्यौरा दर्ज होगा। यानि निर्माण से लेकर हर प्रकार की धांधली को रोकना है। बताते है कि हाउसिंग मंत्रालय ग्रामीण एवं रूरल द्वारा एक पासबुक जारी की गयी है। यह पासबुक हर उस व्यक्ति को दी जाएगी, जिसे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल रहा है। इसकी एक कॉपी नगर निगम को दी जाएगी। पासबुक मे लाभार्थी का पूरा ब्यौरा होगा। इसके अलावा उस स्थान की भी जानकारी होगी, जहां मकान बनना है।
बताते है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के जिस हिस्से के तहत यह पासबुक दी जा रही है, उसे बैनीफिशयरी लेड कंस्टक्शन कहा जाता है। इसमे केन्द्र व राज्य सरकार मिलकर पैसा देती हैं। इस स्कीम के तहत लाभार्थी के पास जमीन होना चाहिये। उसके पास पक्का मकान नहीं होना चाहिये। ऐसे मे उसे केन्द्र व राज्य सरकार से डेढ़-डेढ़ लाख रूपया मिलेगा।
यह राशि लाभार्थी के खाते मे पहुंचेगी। जानकार बताते है कि पहली किश्त आने के बाद उसका उपयोग 70 प्रतिशत तक होने की जानकारी देनी होगी। इस प्रकार यह राशि चार किस्तों मे खातों मे पहुंचेगी। सरकार चाहती है कि लाभार्थी पैसा मिलने का उपयोग मकान बनाने मे करे। जब तक वो यह नहीं बताएगा कि उसने घर मे टॉयलेट, बाथरूम, बिजली आदि का काम कर लिया है, या कर रहा है।