नई दिल्ली 26 जून। यह खबर हर भारतीय के लिये बुरी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इन दिनो अज्ञात खतरे से जूझना पड़ रहा है। उनकी जान को खतरा है। यह खुलासा गृहमंत्रालय की एक रिपोर्ट मे हुआ है। माना जा रहा है कि 2019 के आम चुनाव मे मोदी रोड शो की जगह जन सभाएं करेगे। मोदी के पास जाने की इजाजत मे जबरदस्त कटौती की गयी है। यहां तक कि मंत्री भी एसपीजी की बिना परमीशन के उनके पास नहीं जा सकेगे।
माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट के बाद गृहमंत्री ने सभी राज्यो को अलर्ट जारी किया है। कई संगठनो की गतिविधियो पर नजर रखी जा रही है।
प्रधानमंत्री की करीबी सुरक्षा टीम को नये नियमों और खतरा आकलन से अवगत करा दिया गया है और उन्हें जरुरत के हिसाब से मंत्री-अधिकारियों की भी जांच करने का निर्देश दिया गया है. पुणे पुलिस की ओर से 7 जून को अदालत में यह कहे जाने के बाद कि प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) से कथित संबंध को लेकर गिरफ्तार किये गये 5 लोगों में एक के दिल्ली निवास से उसे एक पत्र मिला है और उस पत्र में राजीव गांधी की तरह ही नरेंद्र मोदी की हत्या करने की कथित योजना का जिक्र है, प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था की हाल में बड़ी बारीक समीक्षा की गयी है.
इसके अलावा, हाल ही में प्रधानंमत्री मोदी की पश्चिम बंगाल यात्रा के दौरान एक व्यक्ति उनके पैर छून के लिए सुरक्षा के सात घेरे को तोड़ते हुए उनतक पहुंच गया था. इन घटनाओं के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री की जिंदगी पर खतरे के बारे में सूचनाएं मिलने के बाद उनकी सुरक्षा की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा, खुफिया ब्यूरो के प्रमुख राजीव के साथ बैठक की थी.