नई दिल्ली 13 सितम्बरः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस चीन को डोकलाम विवाद मे घुटनों के बल चलने को मजबूर कर दिया, उसे जापान के साथ बुलेट टेन चलाने का समझौता करके जले में नमक की तरह काम किया। चीन को ऐसी मिर्ची लगी कि उसने खुद ही ऑफर कर दिया कि वो बुलेट टेन के भारत के प्रोजेक्ट मे मदद करना चाहता है। हालंाकि अभी भारत ने किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी है।
विदेश नीति के मामले मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कोई सानी नहीं। आतंकवाद पर पाकिस्तान को चारो तरफ से घेर कर मार देने वाले मोदी ने अब चीन के लिये ऐसी चाल चली कि वो खुद मदद का ऑफर लेकर आ गया।
जानकारी के मुताबिक अहमदाबाद-मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन को लेकर किए गए सवाल पर चीन ने कहा कि वह भारत में ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने में सहयोग करना चाहेगा। चीन ने कहा, ‘वह इस दिशा में भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि चीन भारत में चेन्नई-नई दिल्ली और नई दिल्ली-नागपुर के बीच हाई स्पीड ट्रेन प्रोजेक्ट की संभावित स्टडी कर चुका है। गेंग शुआंग ने बताया हाई स्पीड ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर चीन और भारत महत्वपूर्ण सहमति की तरफ बढ़ रहे हैं।
शुआंग ने कहा, ‘दोनों देशों की संबंधित अथॉरिटी इस मसले पर एक दूसरे के संपर्क में हैं। दोनों देशों में HSR प्रोजेक्ट की स्टडी पर सहमति बन गई है। बहुत जल्द ही इस दिशा में अंतिम निर्णय हो जाएगा’। बता दें कि जापान और चीन हाई स्पीड रेल टेक्नोलॉजी निर्यात करने वाले दुनिया के दो बड़े देश माने जाते हैं।