नई दिल्ली 25 जून। लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक शेर के जरिए अपनी बात रखी। मंगलवार को अभिभाषण पर हुई चर्चा के दौरान मोदी ने सभी सांसदों का आभार व्यक्त किया । उन्होंने आपातकाल के बहाने विपक्ष के निशाने को निशाने पर लिया।
उन्होंने एक शेर के माध्यम से नई सरकार के उद्देश्यों की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा-
जब हौसला बना लिया उंची उड़ान का, फिर देखना फिजूल है कद आसमान का।
उन्होंने कहा कि आज 25 जून को लोकतंत्र के प्रति हमारे संकल्प को और मजबूती के साथ समर्पित करना होगा । उन्होंने कहा कि जो भी इस पाप के भागीदार थे, ये दाग कभी मिटने वाला नहीं है।
मोदी ने कहा कि हमें इसलिए कोसा जा रहा है कि हमने फलाने को जेल में क्यों नहीं डाला। ये इमरजेंसी नहीं है कि किसी को भी जेल में डाल दिया जाए, ये लोकतंत्र है। ये काम न्यायपालिका का है। हम कानून से चलने वाले लोग हैं और किसी को जमानत मिलती है तो वो इंजॉय करे। हम बदले की भावना से काम नहीं करेंगे।
