नई दिल्ली 5 सितंबर बुधवार की सुबह रामलीला मैदान से हजारों किसान महंगाई न्यूनतम वेतन और अन्य मांगों को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं ।सरकार के खिलाफ वैसे तो अक्सर धरना प्रदर्शन होते रहते हैं लेकिन इस बार हजारों की संख्या में किसान एक साथ प्रदर्शन करने दिल्ली पहुंचे हैं। किसानों के प्रदर्शन के चलते दिल्ली की सड़कों पर कई जगह जाम की स्थिति बन गई है ।दिल्ली यातायात पुलिस ने लोगों से सुरक्षित स्थानों से निकलने की सलाह दी है।
इस प्रदर्शन की अगुवाई ऑल इंडिया किसान महासभा के द्वारा किया जा रहा है. वामपंथी संगठन अखिल भारतीय किसान महासभा और सीटू के नेतृत्व में लाखों की संख्या में किसान और मजदूर दिल्ली के रामलीला मैदान पर मजदूर किसान संघर्ष रैली में जुटेंगे.
किसान और मजदूरों की इस महारैली से पहले सीटू और अखिल भारतीय किसान सभा की ओर से अपनी मांगों का चार्टर सामने रखा गया है. जिसमें बीजेपी शासित केंद्र सरकार पर सांप्रदायिक और किसान-मजदूर विरोधी होने का आरोप लगाते हुए आम लोगों को मुहिम के साथ जुड़ने की अपील की गई है.
संगठन की मांग है कि रोज मद्रास में बढ़ रही कीमतों में लगाम लगाई जाए खाद्य वितरण प्रणाली व्यवस्था को ठीक किया जाए इसके अलावा न्यूनतम मजदूरी ₹18000 तय की जाए।
इसके अलावा कहा गया है कि मजदूरों के लिए बने कानून में मजदूर विरोधी बदलाव ना किए जाएं, किसानों के लिए स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशें लागू हों, गरीब खेती मजदूर और किसानों का कर्ज माफ हो.