यह एक राजनीतिक एजेंडा लगता है, राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह

किसी नेता के आने पर हम रोक नहीं लगा सकते हैं, लेकिन 40 दिन हो चुके हैं वे पहले क्यों नहीं आए? उनके आने का समय मुझे ठीक नहीं लगता है। यह एक राजनीतिक एजेंडा लगता है। जिस दिन राहुल गांधी यहां आए, उस यहां दिन कई घटनाएं हुईं: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह।

मणिपुर के लिए राज्य और केंद्र सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। स्थिति को संभालने के प्रयास जारी हैं। फोर्स की 40 से ज़्यादा कंपनियां यहां आ चुकी हैं। खाद्य सामाग्री पर्याप्त मात्रा में है। रिलीफ कैंप में लोगों को पहुंचाने से लेकर बाकी काम हो रहे हैं। कुछ जगहों में भाजपा के दफ्तर और अन्य जगहों पर हमले हुए यह देखकर मुझे लगा कि 5-6 वर्ष में जो हमने मणिपुर के लिए किया शायद लोगों का समर्थन हमने खो दिया है। जिस कारण से मैंने
यह(मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा) फैसला लिया लेकिन फिर मुझे एहसास हुआ कि जनता का विश्वास अब भी मेरे साथ है मैं जो सोच रहा था वैसा नहीं है: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह

हम यह नहीं कह सकते हैं लेकिन मणिपुर म्यांमार का पड़ोसी है। पास में ही चीन है। हमारी 398 किमी सीमाएं असुरक्षित हैं। भारतीय सुरक्षा बल है लेकिन इतने बड़े इलाके की सुरक्षा नहीं की जा सकती… जो अभी हो रहा है उसे देखते हुए हम न तो इससे इनकार कर सकते हैं और न ही जोरदार तरीके से पुष्टि कर सकते हैं… यह पूर्व नियोजित लग रहा है लेकिन इसका कारण का खुलासा नहीं हुआ है: क्या राज्य में हुई हिंसा में किसी अंतरराष्ट्रीय संगठन की भूमिका हो सकती है? इस सवाल पर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, मणिपुर

कल मैंने देखा कि मेरे लिए लोग आए, जनता का विश्वास अब भी मेरे साथ है। मैं लोगों का आभारी हूं। मणिपुर के लोगों के लिए मैं काम करता रहूंगा: मुख्यमंत्री पद से अपने इस्तीफे को लेकर मणिपुर के मुख्यमंत्री अन बीरेन सिंह

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