उरई। चिटफंड कंपनी बनाकर लोगों का रुपया हड़पने के मामले में फरार 10 हजार रुपये के इनामी आरोपी को जालौन पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया।
पुलिस अधीक्षक डा. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि एनजीजी मार्केटिंग इंडिया लिमिटेड कंपनी बनाकर एक गिरोह ने रुपये दुगने करने के लालच में हजारों लोगों से डिपोजिट जमा करा ली थी। बाद में पूरी रकम हड़पकर आरोपी गायब हो गये थे। इस मामले में पीड़ितों की ओर से कोतवाली उरई में नामजद मुकदमा कायम हुआ।
मुकदमें में वांछित महेंद्र सिंह सेंगर और रमेश को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि दो महिलाएं सविता और सुशीला की गिरफ्तारी उच्च न्यायालय के स्टे के कारण नही हो पाई लेकिन उनके विरुद्ध अदालत में आरोप पत्र भेज दिया गया है। इसी मुकदमें में लल्लू सिंह निवासी महेबा थाना अयाना जिला औरैया भी संलिप्त था जो पुलिस के हत्थे नही चढ़ पाया था। अंततोगत्वा पुलिस अधीक्षक ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया।
इसके बाद क्राइम ब्रांच को लल्लू सिंह के पीछे लगाया गया था। जिसमें कामयाबी आज उस समय मिली जब आरोपी जिला परिषद के पास अपनी पहचान छिपाकर घूम रहा था और क्राइम ब्रांच के मुखबिरों ने सही समय पर पुलिस की टीम को सूचित कर दिया। इस गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक ने क्राइम ब्रांच के इंस्पैक्टरों राकेश कुमार यादव और रामसहाय सिंह और उनके हमराह सिपाहियों को शाबाशी दी। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मुकदमें के अन्य फरार आरोपियों रविंद्र सिह उर्फ अनिल व गंगाराम सोलंकी की गिरफ्तारी के लिए भी क्राइम ब्रांच घेरा कस रही है।