झांसी। गांधी उद्यान में पिछले 1 सप्ताह से मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज मीडिया के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती है तो 25 अक्टूबर से वह पूरी तरह से निर्वस्त्र होकर प्रदर्शन करेंगे। इसके लिए शासन प्रशासन को चेतावनी दी गई है ।
उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने उनकी सुध नहीं ली है। यही कारण है कि अब किसानों का सब्र टूटता जा रहा है यह बात किसान नेता गौरीशंकर ने मीडिया से बात करते हुए कही।
गौरी शंकर बिदुआ का कहना है कि किसानों को उनका हक दिलाने के लिए यह आंदोलन चल रहा है। जिसे लगभग एक सप्ताह से अधिक बीत चुके है। लगातार किसान भूखे-प्यासे होकर धरना दे रहे हैं। इसके बाद भी प्रशसन उनकी सुध नहीं ले रहा है। आंदोलन में वह राक्षस रुपी यज्ञ, पेंढ़ भरकर डीएम की चौखट तक पहुंचना, यहां तक कि उन्होंनें जूता पूजन भी कर लिया है। इसके बाद भी प्रशासन उनकी सुध नहीं ले रहा है। आखिर में परेशान होकर उन्होंनें निर्वस्त्र होकर प्रर्दशन करने का निर्णय लिया है। इस आदोलन में 100 से 150 किसान शामिल होंगे। जिसके लिए 22 अक्टूबर से यह आंदोलन शुरु हो जायेगा।
22 अक्टूबर को वह अपना कुर्ता या फिर शर्ट उतार कर प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद 23 अक्टूबर को पजामा या फिर पेंट उतारेंगे। 24 को बनियान और 25 पूरे कपड़े उताकर वह सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।
इसके बाद भी यदि प्रशासन उनकी सुनवाई नहीं करता है तो फिर इस आंदोलन की कमान महिलाओं को सौंपी जायेगी और वह क्या करेंगी। इसका कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन मांगे बिना पूरी किए उन्हें रोकती है तो वह नहीं रुकेंगे।
इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए प्रत्येक तहसील में 15-15 किसानों को नियुक्त किया है। उन्हें गिरफ्तार करते ही किसान तहसील स्तर पर निर्वस्त्र होकर प्रदर्शन करेंगे।