*ये झूठी जीत है, ‘चार सौ बीसी’ नहीं चलेगी, मिल्कीपुर में हार के बाद अखिलेश यादव ने अधिकारीयों को दी धमकी*
अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर सीट पर हार मानते हुए बीजेपी पर धांधली का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि 2027 में 403 सीटों पर धांधली नहीं चलेगी. उन्होंने अधिकारियों ने धमकी।
*ये झूठी जीत है, ‘चार सौ बीसी’ नहीं चलेगी, मिल्कीपुर में हार पर अखिलेश की भड़ास*
मिल्कीपुर में हार के बाद अखिलेश यादव ने अधिकारियों को चेताया
*अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर हार पर बीजेपी पर धांधली का आरोप लगाया*
अखिलेश ने अधिकारियों को सजा की चेतावनी दी
*2027 में 403 सीटों पर धांधली नहीं चलेगी*
लखनऊ. अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर समाजवादी पार्टी को मिली करारी हार के बाद पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने हार तो मान ली, लेकिन बीजेपी को चेतवानी भी दे डाली कि 2027 में वह 403 सीटों पर चार सौ बीसी नहीं कर पायेगी. अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर में धांधली का इशारा करते हुए कहा कि एक सीट पर तो संभव है, लेकिन प्रदेश की सभी सीटों पर चुनावी तंत्र का दुरूपयोग नहीं हो सकता. इस हार को उन्होंने पीडीए से भी जोड़ दिया. उन्होंने कहा कि 90 परसेंट पीडीए की जनता ने धांधली देखी है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों ने इस धांधली में साथ दिया है, उन्हें नहीं मालूम है कि आने वाले दिनों में उनकी नौकरी तो जाएगी ही, सैलरी और पेंशन भी नहीं मिलेगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि पीडीए की बढ़ती ताकत का सामना भाजपा सिर्फ वोट के बल पर नहीं कर सकती, इसलिए वो चुनावी तंत्र का दुरुपयोग करके जीतने की कोशिश करती है. चुनावी धांधली करने के लिए जिस स्तर पर अधिकारियों की हेराफेरी करनी होती है, वो 1 विधानसभा में तो किसी तरह संभव है, लेकिन 403 विधानसभाओं में ये ‘चार सौ बीसी’ नहीं चलेगी. इस बात को भाजपा वाले भी जानते हैं, इसलिए उन्होंने मिल्कीपुर का उपचुनाव टाल दिया था. पीडीए का मतलब 90% जनता ने खुद अपनी आँखों से ये धांधली देखी है. उन्होंने कहा, ‘ये झूठी जीत है, जिसका जश्न भाजपा वाले कभी भी आईने में अपनी आंखों में आंखों डालकर नहीं मना पाएंगे. उनका अपराधबोध और भविष्य में हार का डर उनकी नींद उड़ा देगा।
अधिकारियों को दी चेतावनी
जिन अधिकारियों ने चुनावी घपलेबाजी का अपराध किया है, वो आज नहीं तो कल अपने लोकतांत्रिक अपराध की सज़ा पाएंगे. एक-एक करके सबका सच सामने आएगा. न कुदरत उन्हें बख्शेगी, न कानून. भाजपा वाले उनका इस्तेमाल करके छोड़ देंगे, उनकी ढाल नहीं बनेंगे. जब उनकी नौकरी और पेंशन जाएगी, तो वो अपने बच्चों, परिवार और समाज के बीच अपमान की जिंदगी की सज़ा अकेले भुगतेंगे. लोकसभा चुनावों में अयोध्या में हुई पीडीए की सच्ची जीत, उनके मिल्कीपुर के विधानसभा की झूठी जीत पर कई गुना भारी है और हमेशा रहेगी।