लखनऊ 30 मई । योगी आदित्यनाथ के खिलाफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष माया.वती को लेकर की गई टिप्पणी के मामले में वाद दायर किया गया है।
समाजवादी प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष पूर्व एमपीओ रामदास निगम ने सीजीएम कोर्ट में मुख्यमंत्री के खिलाफ धारा 156 3 के तहत अपने अधिवक्ता अधिवक्ता पूर्व विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट रामसेवक के माध्यम से वाद दायर किया है। सीजेएम ममता सिंह ने मामले की सुनवाई के लिए 21 मई की तारीख तय की है।
रामदास निगम के 21 मई को सीजेएम कोर्ट में बयान दर्ज किए जाएंगे। थाना कोतवाली के मोहल्ला आजाद नगर निवासी रामदास निगम पूर्व एसपीओ हैं। वह समाजवादी पार्टी प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष हैं।
उन्होंने दायर वाद में कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ और जौनपुर की चुनावी सभाओं में पूर्व मुख्यमंत्री सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को गुंडों का सरताज और पूर्व मुख्यमंत्री बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को भ्रष्टाचार की प्रतिमूर्ति कहा है, जबकि किसी भी जांच एजेंसी ने आज तक अखिलेश यादव को अपराधी नहीं माना है।