जयपुर 27दिसम्बरः ऐसा लगता है जैसे राजस्थान मे चुनाव को लेकर नेताओ के अंदर का दरियादिल वाला इंसान जाग उठा है। क्या मुख्यमंत्री और क्या विपक्ष के नेता। सभी दलित, व्यापारी, किसान और नौजवानो के हिमायती बनने का दावा कर रहे हैं।
मंगलवार को सबसे रोचक तस्वीरे सामने आयी। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने दौरे मे सहेली बाजार निकली। यहां उन्होने जूते की दुकान को देखा। फिर बैठकर चाय पी।
मुख्यमंत्री को अपनी दुकान पर देख दुकानदार की तो लाटरी खुल गयी। उसने लगे हाथ बिचैलियो से लेदर को मुक्त करने की गुहार लगा दी। वसुंधरा काफी देर तक दुकान पर रहीं।
चप्पल की दुकान चहल सिंह नामक व्यक्ति की है। मुख्यमंत्री ने अन्य दुकानदारो से भी बात की और पूछा कि सरकार को क्या करना चाहिये?
इधर मुख्यमंत्री दुकानदारो से बाते कर रही थी, तो दूसरी ओर कांग्रेस नेता सचिन पायलट दलित के निवास पर भोजन करने पहुंच गये। वो अजमेर मे थे। यहां लोकसभा का उप चुनाव होना है। सचिन चुनाव तो नहीं लड़ रहे, लेकिन उनके लिये यह सीट प्रतिष्ठा वाली है।
बरहाल, नेतओ के इस रूख को जनता भी समझती है, लेकिन जानती है कि यह चुनाव तक ही होना है।