नई दिल्ली 22 मार्च कल होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर एक और जहां समाजवादी पार्टी ने सपा से नाराज चल रहे शिवपाल यादव को अपने पाले में कर चुनाव को और रोचक बना दिया है वही यह माना जा रहा है चुनाव के धुरंधर शिवपाल यादव भाजपा का खेल बिगाड़ सकते हैं
कल सपा का डिनर डिप्लोमेसी का आयोजन था इस आयोजन में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही की अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव को साथ खड़ा कर लिया शिवपाल के अखिलेश के साथ होने से भाजपा के चुनाव समीकरण बिगड़ने की पूरी संभावना बन गई है
कहां जा रहा है कि शिवपाल यादव निषाद पार्टी के विधायक को अपने खेमे में कर भाजपा का खेल पूरी तरह बना सकते हैं यदि शिवपाल यादव ऐसा करते हैं तो भाजपा के लिए अपने उम्मीदवार को जिताना मुश्किल हो जाएगा दरअसल सूबे की सभी पार्टियां अपना-अपना किला बचाने में जुटी हैं. एक राज्यसभा सीट को जीतने के लिए 37 वोटों की जरूरत है. बीजेपी अपने बूते 8 राज्यसभा सीटों पर आसानी से जीत जाएगी. इसके बाद बीजेपी और उसके सहयोगियों के 28 वोट बचते हैं. ऐसे में 9वीं सीट के प्रत्याशी अनिल अग्रवाल को जिताने के लिए उसे 9 और वोटों की जरूरत है. निर्दलीय और सपा-बसपा के बागी विधायकों के सहारे बीजेपी अपनी जीत की आस लगाए हुए हैं.