नई दिल्ली 18 अक्टूबर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर निर्माण को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। भागवत ने कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर किसी प्रकार का रास्ता निकालना चाहिए इसके लिए सरकार को कानून बनाना चाहिए ।भागवत नागपुर में विजयादशमी उत्सव के दौरान नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के साथ मौजूद थे सत्यार्थी इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
भागवत ने कहा कि भारत अगर पंचामित्र के मंत्र पर आगे बढ़ेगा तो विश्व गुरु बन सकता है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में बाबर आंधी के रूप में आई और उसने हमारे देश के हिंदू मुसलमानों को नहीं बख्शा ।उसके नीचे समाज रौंदा जाने लगा।
उन्होंने कहा राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं है बल्कि पूरे देश के हैं ।किसी भी मार्ग से मंदिर का निर्माण होना चाहिए। सरकार को इसके लिए कानून लाना चाहिए ।अगर राम मंदिर बनता है तो देश में सद्भावना का माहौल बनेगा ।
उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि इनकी सत्ता है फिर भी मंदिर क्यों नहीं बन रहा। मतदाता को सोच विचार कर अपने वोट का इस्तेमाल करना चाहिए। वोटर सिर्फ एक ही दिन का राजा रहता है। वरना 1 दिन के कारण 5 साल का नुकसान भुगतना पड़ता है ।
भागवत में वर्तमान में चल रहे सबरीमाला मंदिर पर अपने विचार रखें। भागवत ने कहा कि सबरीमाला के निर्णय का उद्देश्य महिलाओं पुरुष समानता का था लेकिन क्या हुआ इतने सालों से जो परंपरा चली आ रही है वह टूट गई ।
उन्होंने कहा जिन्होंने याचिका डाली वह कभी मंदिर नहीं गए जो महिलाएं आज आंदोलन कर रही हैं वह आस्था को मानती हैं।। धर्म के मुद्दे पर धर्म आचार्यों से बात होने चाहिए। वह बदलाव की बात को समझते हैं।
संघ प्रमुख ने कहा कि यह परंपरा है उसके पीछे कई कारण होते हैं कोर्ट के फैसले से वहां पर असंतोष पैदा हो गया है। महिलाएं ही इस परंपरा को मानती हैं लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई।।