रेंज अधिकारी की सक्रियता से बची राष्ट्रीय पक्षी मोर की जान
झाँसी। एक ओर जहां वन विभाग के अधिकारी ईमानदारी से दिन रात अपनी ड्यूटी पूरी कर धरती को हरा भरा बनाने को प्रयासरत रहते हैं, बृक्षों की कटान पर अंकुश लगाकर धरती के आभूषणों की रक्षा करते हैं, वहीं वन में विचरण कर रहे राष्ट्रीय पशु पक्षियों की रक्षा कर वह अपने कर्तव्य को बखूवी निभाते हैं। ऐसे जाबांज वन क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार सोनकर इन दिनों झांसी सदर एवं चिंरगाव रेंज में पदस्त है। उनकी जितनी सराहना की जाये कम है। उनके अथक प्रयासों से राष्ट्रीय पक्षी मोर की जान बच गयी।आपको बताते चलें कि उक्त घायल मोर दिनांक 17 जनवरी 2024 को चिरगांव के रेलवे स्टेशन के आस पास पाया गया था जिसे स्थानीय महिला पत्रकार नजमा आब्दी ने रेंज कार्यालय लाकर उपचार हेतु उन्हें सुपुर्द किया था। उक्त घायल मोर का इलाज पशु चिकित्सालय चिरगांव में वन क्षेत्राधिकारी श्री सोनकर द्वारा कराया जा रहा है। इतना ही नहीं वन क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार सोनकर के निर्देशन में उप वन क्षेत्राधिकारी छोटेलाल, वन दरोगा रामकिशोर, वन दरोगा घनश्याम दास कुशवाहा,वन रक्षक आशीष दुबे एवं चालक हरपाल दाऊ पिछले पंद्रह दिनों से प्रतिदिन उक्त घायल मोर की हर पल देख रेख कर रहे हैं, जिसके फलस्वरूप उक्त मोर अब पूरी तरह स्वस्थ हो गया है और अपनी खातिरदारी के चलते वहां के स्टाफ से इतना घुल मिल गया है कि वन में कहीं और दूर न जाकर उनके आस पास ही मडराता रहता।