लखनउ 10 अप्रैलः उन्नाव की जिस रेप पीड़िता के पिता की जेल मे मौत हुयी,उसने मौत से पहले पुलिस पर आरोप लगाया कि उसकी पिटाई होते हुये वो देखती रही। योगी की सख्ती के बाद इस मामले मे जांच तेजी से की जा रही है।
पुलिस की पिटाई के चलते रेप पीड़िता की आंते खराब होने की खबर है। इसी के चलते संभवतः उसकी मौत हुयी।
अपने आखिरी बयान में उन्होंने कहा था कि विधायक के भाई ने मुझे पीटा और उनके साथ आए पुलिसवाले देखते रहे.
पप्पू ने बताया कि उनकी बेटी के साथ गैंगरेप हुआ जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस में की. पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई तो वे कोर्ट की शरण में पहुंचे. कोर्ट के आदेश पर पुलिस को मुकदमा लिखना पड़ा. विधायक कुलदीप सेंगर का भाई अतुल सेंगर लगातार मुकदमा वापस लेने के लिए पप्पू पर दवाब बना रहा था.
आरोपों के मुताबिक अतुल पप्पू के घर पहुंचा और खींच कर उसे पीट डाला. बुरी तरह से घायल पप्पू को ही पुलिस ने मारपीट के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया. जेल भेजने से पहले उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसका मेडिकल हुआ.
मेडिकल के वक्त मौजूद डॉक्टर प्रशांत ने बताया कि पेशेंट को चोटें तो हैं लेकिन कोई भी चोट गंभीर नहीं है. उनके मुताबिक उस वक्त पप्पू ने भी किसी अंदरुनी चोट के बारे में नहीं बताया. इसके बाद जेल में अचानक पप्पू की तबियत बिगड़ने लगी और फिर उसकी मौत हो गई.