नई दिल्ली 24 जनवरीः वित्तमंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि लोगांे को किसी प्रकार से परेशान होने की जरूरत नहीं है। बैंक मे रखा पैसा पूरी तरह सुरक्षित है।
सरकार ने आज चालू वित्त वर्ष के दौरान 20 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 88,139 करोड़ रुपये की पूंजी निवेश की घोषणा की, जिसमें आईडीबीआई बैंक को सबसे ज्यादा 10,610 करोड़ रुपये मिले हैं।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि उनके मंत्रालय ने पीएसबी में शामिल होने के लिए पूंजी की मात्रा पर विस्तृत कार्य किया है। चालू वित्तीय वर्ष के दौरान 31 मार्च को समाप्त होने पर, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को 8,800 करोड़ रुपये का पूंजी और 9 832 करोड़ रुपये बैंक मिलेगा।
यूको बैंक को 6,507 करोड़ रुपये मिलेगा;
पंजाब नेशनल बैंक – 5,473 करोड़ रुपये; बैंक ऑफ बड़ौदा- 5,375 करोड़ रुपये; सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया – 5,158 करोड़ रुपये; केनरा बैंक – 4,865 करोड़ रुपये; इंडियन ओवरसीज बैंक – 4,694 करोड़ रुपये और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया – 4,524 करोड़ रुपये ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को 3,571 करोड़ रुपये देना होगा, देना बैंक को 3,045 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ महाराष्ट्र को 3,173 करोड़ रुपये,
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के 2,634 करोड़ रुपये, कॉरपोरेशन बैंक को 2,187 करोड़ रुपये, सिंडिकेट बैंक 2,839 करोड़ रुपये, आंध्र बैंक 1,8 9 0 करोड़ रुपये, इलाहाबाद बैंक को ने 1,500 करोड़ रुपये, पंजाब और सिंध बैंक को 785 करोड़ रुपये मिलेगा।
प्रेस वार्ता में जेटली ने कहा कि सभी का पैसा सुरक्षित है। सरकार की जिम्मेदारी है कि वो बैंकों की सेहत बनाए रखे और सरकारी बैंक कभी दिवालिया नहीं होंगे।
जेटली ने कहा कि बैंक ग्राहकों के प्रति जवाबदार हों, होम बैंकिंग को बढ़ावा दें, नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें और एमएसएमई के मित्र बने। जेटली ने कहा कि हम ऐसी व्यवस्था बनाना चाहते हैं जिससे एनपीए की समस्या उत्पन्न ही न हो। सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की पूंजी अवश्यकता का निरीक्षण कर रही है।