स्टील मेटल और इंजिनियरिंग वर्कर्स फेडरेशन आफ इंडिया सम्बध्द हिंद मज़दूर सभा और इण्ड्स्ट्रीआल ग्लोबल युनियन – जनेवा की कार्य समीति की बैठक इण्टरनेशनल ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ओफ इण्डिया के कार्यालय 12-डी, बाबर रोड –नई दिल्ली में सम्पन्न हुई। अध्यक्षता कामरेड एस.डी.त्यागी ने की। संचालन करते हुये महामन्त्री कामरेड संजय वधावकर ने पदाधिकारी गण ,कार्यसमीति सदस्यों और विशेष आमंत्रित सदस्यों का स्वागत किया। महामंत्री जी ने अपनी रिपोर्ट पेश करते हुये, देश के वर्तमान औद्योगिक परिवेश पर चिंता व्यक्त की और कहा,”केंद्र और विभिन्न प्रदेश सरकारों की ग़लत नीतियों के कारण स्टील मेटल और इंजिनियरिंग उद्योग मंदी की मार झेल रहे हैं। पूंजीपतियों और औद्योगिक घरानों को करोड़ों रुपयों की रियायत दी जा रही है। फिर भी नतीजे उत्साहजनक नहीं। देश में पूंजीवादी राजनीतिक व्यवस्था लागू की जारही है।
कार्य समीति सदस्य कामरेड सैयद शहंशाह हैदर आब्दी ने कहा,” पूंजीपतियों के हितों को साधने की मजबूरियों के बीच श्रमिक हितों पर करारे कुठाराघात किये जा रहे हैं। श्रमिक और उनके परिवार की सामाजिक सुरक्षा क़ानूनों और श्रम क़ानूनों में बड़े बदलाव के लिये केंद्र सरकार और विभिन्न प्रदेश सरकारें पहल कर रही हैं,जो निंदनीय है। आने वाले समय में मेहनतकशों को आठ घण्टे काम के लिये फिर आंदोलन करना पड़ सकता है। समाज में बढ रही धार्मिक असहिष्णुता देश की एकता और अखण्डता के लिये ख़तरा है।
बैठक में कामरेड विद्याधर राने ने शिप ब्रेकिंग इंडस्ट्रीज़, का.राजेंद्र प्रसाद सिंघा ने स्टील इंडस्ट्रीज़, का. राघेवेंद्र सिंह चौहान ने इंजिनियरिंग इंडस्ट्रीज़, का.एच.एस.मिश्रा ने मेटल इंडस्ट्रीज़ की दिशा और दशा पर विस्तृत प्रकाश डाला।
अध्यक्षीय भाषण में का.एस.डी.त्यागी ने श्रमिक आंदोलन को कमज़ोर करने के सरकार के प्रयासों की निंदा की और क्रमिक सशक्त संगठित आंदोलन को समय की आवश्यकता बताया। श्रमिक आंदोलन को मज़बूत करने और आम जन से जोड़ने के लिये उन्होने समाज सेवा के कार्य करने का आव्हन किया और सरकार के तानाशाही रवैय्ये को देश के लोक तंत्र के लिये ख़तरा बताया।
सुश्री संज्योत वधावकर ने उद्योगों में महिलाओं की रात्री पाली में सुरक्षा पर चिंता व्यक्त करते हुये,सभी का आभार ज्ञापित किया। अंत में स्वर्गीय श्रमिक नेताओं जिनमें का. योगेंद्र यादव सम्मिलित हैं, को दो मिनट का मौन धारण श्र्रृध्दांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर सर्वश्री का.एस.के.शेट्या, बी.बी.सिंह, सुधाकर अप्पाराज, राजेंद्र सिंह, रविंद्र प्रताप सिंह, रेब्बा रामा राव, जी.गनपति रेड्डी, राज पाल दांगी, एम.के.विश्वास राव, राम कुमार सिंह, विकास नलवडे, राम पटेल आदि की उपस्थिति उल्लेख्नीय रही।