नई दिल्ली 29 दिसम्बरः विधानसभा चुनाव मे मिली हार के बाद चिंतन मे डूबी सपा ने अब लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। पिछले दिनो हुये निकाय चुनाव मे पार्टी को मिले जनाधार के बाद अध्यक्ष अखिलेश यादव गदगद हैं। इस बार पार्टी ने अभी से प्रत्याशियो का चयन करना शुरू कर दिया है, ताकि उन्हे क्षेत्र मे प्रचार करने का भरपूर मौका मिल सके।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष बनने के बाद अखिलेश यादव पार्टी को 2019 के आम चुनाव मे बेहतर और नये तरीके से पेश करना चाहते हैं।
इस बार पार्टी ने तय किया कि वो सबसे पहले अपने प्रत्याशियो का चयन करेगी। प्रत्याशियो को इस बार प्रचार का पूरा मौका दिया जाएगा। अब तक होता यह था कि चुनाव के अंतिम समय पर प्रत्याशी तय होने से पार्टी को फायदा नहीं हो पाता था।
इसके अलावा जमीनी आधार के नेताओ की तलाश पूरी नहीं हो पाती थी। अखिलेश यादव ने पार्टी के टिकट वितरण मे व्यापक फेरबदल किया है। आज पार्टी की ओर से कहा गया कि जो लोग लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते है, वो अपना आवेदन करे।
इन आवेन की जांच की जाएगी। इसके अलावा प्रत्याशियो का कई तरह का परीक्षण भी होगा।
माना जा रहा है कि अखिलेश यादव 2019 के चुनाव मे मोदी लहर को रोकने के लिये विशेष प्लान बना रहे हैं।इसमे गठबंधन जैसा फार्मूला भी लागू होगा। क्षेत्र और जाति के हिसाब से प्रत्याशियो का चयन पहले कर उन्हे पूरा मौका दिया जाएगा।
इस बार पार्टी गठबंधन के लिये भी अपने पाले को पहले से मजबूत करना चाहती है, ताकि गठबंधन के समय अपने मजबूत प्रत्याशियो की सूची सामने रख सके।
ऐसे मे पार्टी के इस फैसले के बाद चुनाव लड़ने के इच्छुक युवा और अनुभवी नेताओ को अपना पक्ष रखने का पूरा मौका मिल सकेगा।