नैना
नई दिल्ली 4 अक्टूबर भारत में रह रहे रोहिंग्या को वापस भेजने की गुरुवार को प्रक्रिया शुरू हो गई इसे रोकने के लिए वकील प्रशांत भूषण की आज का को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया इसके बाद से रोहिंग्या को भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
आपको बता दें कि रोहिंग्या शरणार्थियों को उनके देश वापस भेजने का मुद्दा भारतीय राजनीति में छाया रहा है विवाद के बीच आज भारत सरकार ने पहली बार देश में अनाधिकृत तरीके से रह रहे रोहिंग्या को वापस भेजने का सिलसिला शुरू कर दिया है आज पहली किस्त में 7 लोगों को वापस भेजा जा रहा है।
बताया जा रहा है कि विदेश मंत्रालय ने इस बात को पोस्ट किया है कि वापस भेजे जा रहे सभी साथ नागरिक म्यांमार के हैं और वहां की सरकार ने इसकी पुष्टि कर दी है । याचिका डालने वाले प्रशांत भूषण ने कहा कि म्यांमार ने अभी इन सभी नागरिकों के होने की पुष्टि नहीं की है, जिसके बाद कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया.
आपको बता दें कि सातों रोहिंग्या को वापस भेजने की प्रक्रिया आज सुबह 7:30 बजे से से शुरू हो गई .नेपाल से मणिपुर की सीमा पर ले जाया जा रहा है इसके बाद उन्हें म्यांमार इमीग्रेशन ऑफिस में भेजा जाएगा उनकी सभी कागजातों की जांच यहीं पर होगी।