लखनऊ 11 मई लोकसभा चुनाव में जहां नेताओं के अजब गजब बयान चर्चाओं में हैं तो वहीं चुनावी ड्यूटी में लगे कर्मचारियों में कुछ लोग अखबारों की और सोशल मीडिया की सुर्खियां बन रहे हैं। ऐसी ही बीते दिनों पीली साड़ी में फोटो के साथ वायरल हुए एक महिला की फोटो सभी को चौंका रही है।
देखते ही देखते यह महिला देश और दुनिया में चर्चित हो गई, लेकिन जिस तरह से इस महिला को लेकर सोशल मीडिया में पोस्ट वायरल की गई वह सच से काफी दूर है। न तो सोशल मीडिया पर उसका सही नाम बताया गया और ना ही उसके मतदान केंद्र पर हुए मत प्रतिशत को सही बताया गया ।
आइए हम आपको पीली साड़ी वाली महिला की पूरी कहानी सच्चाई के साथ बताते हैं।
वायरल की गई फोटो में इस महिला का नाम नलनी सिंह बताया गया और इस की तैनाती ईएसआई के निकट कुमावत स्कूल में थी। कहा गया कि इस मतदान केंद्र पर 100% वोटिंग हुई।
देखते ही देखते इस महिला की फोटो हजारों लोगों ने वायरल की और यह सोशल मीडिया पर सुर्खियां बन गई लेकिन जब इस पीली साड़ी वाली महिला की सच्चाई की तलाश की गई तो मामला कुछ और ही निकला इस महिला का नाम नल्ली सिंह भी नहीं है। यहां तक कि यह कहा गया कि यह मैसेज जयपुर रही है वह भी गलत है।
सबसे पहले तो यह बात सामने आई की है तस्वीर जयपुर की नहीं बल्कि लखनऊ की है इस महिला का असली नाम रीना द्विवेदी है और यह पीडब्ल्यूडी विभाग में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात हैं।
वायरल हुई फोटो 5 मई 2019 की है। उस दिन रीना द्विवेदी लखनऊ के नगराम बूथ संख्या 173 पर थीं। रीना की अनुसार उनका नाम चुनावी ड्यूटी के लिए 9 मिनट किया गया था वह जब ईवीएम मशीन लेकर जा रही थी तभी किसी पत्रकार में फोटो खींची और यह अखबार में भी छपी। इसके बाद इसे सोशल मीडिया पर डाल दिया गया।
सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद कुछ पॉजिटिव तो कुछ नेगेटिव कमेंट भी आए। यह भी कहा गया कि जिस बूथ पर इस महिला की तैनाती थी वहां शत प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि यह गलत है रीना जिस बूथ पर तैनात थी वहां 70% मतदान हुआ।
इस दौरान उनके कुछ वीडियो भी वायरल हुए जो तोड़ मरोड़ कर पेश किए गए। हालांकि रीना को सोशल मीडिया पर सुर्खियां मिलने के बाद यह हालत हो गई कि उन्हें लोग सड़क चलते उनके साथ सेल्फी लेने लगे हैं।