झांसीः दुघर्टना मे घायल हुये युवक का पैर कट गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। मामला उस समय उलझ गया, जब शव के पैर गायब थे और उसे परिजन तलाशने लगे। मेडिकल प्रशासन ने बाद मे पैर परिजनो को सौंपे। इस घटना को लेकर सीएमएस ने सारे आरोप नकार दिये हैं।
मेडिकल कालेज किसी ना किसी घटना को लेकर चर्चा मे रहता है। पिछले दिनो मरीज का पैर सिरहाने रखे जाने की घटना सभी को याद होगी। आज कुछ ऐसा हुआ कि सभी भौच्चके रह गये।
उरई में न्यू पटेल नगर स्थित चुर्खी रोड निवासी रामदास वर्मा झाँसी में सूर्य सौर ऊर्जा प्लांट में हेड क्लर्क था। कल शाम को वह साबरमति एक्सपे्रस से घर जा रहा था। चिरगांव स्टेशन पर वह किसी प्रकार गिर गया।
इससे उसका एक पैर कट गया। उसे गंभीर हालत में झांसी लाया गया। यहां उसकी हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे ग्वालियर रेफर कर दिया। लेकिन ग्वालियर पहुंचने के पूर्व ही रास्ते में उसकी मौत हो गई। इसलिए उसके शव को वापस झांसी लाया गया।
यहां मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों ने उसके कटे हुए पैर को अलग संभाल कर रख दिया। लेकिन शव के साथ पैर न होने पर परिजन घबरा गए। हालांकि पोस्टमॉर्टम के बाद उस कटे हुए पैर को भी शव के साथ परिजनों को सौंप दिया गया।