झांसीः आखिरकार पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य पानी को लेकर सड़क पर आ ही गये। सत्ता पक्ष के लोगो को आज भी शर्म नहीं आ रही। पानी की समस्या से प्यासे हलक की प्यास बुझाने की मांग को लेकर प्रदीप जैन जल संस्थान कार्यालय पहुंचे।
बातचीत की। समाधान का समय मांगा और जब सही जवाब नहीं मिला, तो साथ आये लोगो ने महाप्रबंधक की टेबल पर ही मटके फोड़ दिये।
बुन्देली माटी के लिये संघर्ष को अपनी प्राथमिकता मे शामिल रखने वाले प्रदीप जैन तपती दोपहरी मे राहगीरो के प्यास कंठ और जनता के घर मे सूखे मटके देख विचलित हो उठे।
पिछले कई दिन से नगर मे पानी की समस्या को लेकर वो अधिकारियो से मांग कर रहे थे। सरकारी अधिकारियो के आश्वासन का बांध प्यासे नगर वासियो की पीड़ा देख ऐसा झलका कि प्रदीप जैन आज समर्थको के साथ जल संस्थान पहुंच गये।
प्रदीप जैन ने कहा कि नगर मे कई इलाके सूखे की चपेट से बुरी स्थिति मे है। नल मे पानी नहीं है। टैंकर से सप्लाई हो नहीं पा रही। आखिर झांसी मे पानी की समस्या का समाधान क्यो नहीं हो रहा?
अधिकारी प्रदीप जैन के सवाल के आगे बेबस नजर आये। प्रदीप जैन ने कहा कि बराठा बेसन योजना के लिये उन्हांेने पूरा प्रयास किया। सरकार योजना को पूरा नहीं कर पा रही।
आज प्रदीप जैन के जनता से जुड़े मुददे पर सड़क पर आने की जानकारी के बाद कांग्रेसी साथ मे कूच करने को तैयार हो गये।
यहां सवाल यह उठा रहा कि प्यास भी सत्ता और विपक्ष के खेमे मे बंट गयी है? पानी की समस्या की जानकारी सभी जनप्रतिनिधियो और राजनैतिक दल के नेताओ को है, फिर क्यो कई साल से पानी का ठोस इंतजाम नहीं हो पा रहा?