नई दिल्ली 31 मई वैसे तो भाजपा की 4 लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में बाजी उसके हाथ में रहेगी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जादू की आसरे किला फतेह करने की उम्मीद धरी की धरी रह गई .भाजपा की झोली में एक सीट आ सकी.
इस बार के उपचुनाव में सबसे बड़ी खासियत यह रही कि भाजपा को खेलने के लिए संयुक्त रणनीति बनाई जिसका नतीजा यह रहा कि जिसका नतीजा यह रहा कि कैराना और नूरपुर चुनाव हुई योगी सरकार की लगने के बाद ही हाथ से निकल गया ऐसे में अब मोदी ही नहीं योगी की प्रतिष्ठा पर भी सवाल उठने लगे हैं
इस चुनाव में भाजपा को उत्तराखंड में थिरोली सीट पर जीत हासिल हुई
विपक्षी एकता के बूते लड़ रहे राष्ट्रीय लोकदल ने उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट भाजपा से छीन ली। वहीं, कांग्रेस समर्थित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने भी भाजपा से महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया सीट छीन ली।
उधर, 10 विधानसभा सीटों में से तीन पर कांग्रेस, दो पर भाजपा और पांच पर अन्य दलों को जीत हासिल हुई। 2014 के आम चुनाव के बाद देश में बीते चार साल में 27 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुए। भाजपा को सिर्फ 5 पर जीत हासिल हुई। उसने अपनी जीती हुई 8 सीटें गंवा दीं