झांसी:किसी ने सच कहा है कि बुन्देली माटी में अनमोल रत्न पैदा होते हैं। कलम, कला और कृपाण की इस धरती पर जन्म एक ऐसे व्यक्तित्व से हम आपकी मुलाकात करा रहे हैं, जिन्होने पूरी लगन और मेहनत से विदेश मे पढ़ाई करने के बाद कर्मभूमि के रूप मे झांसी को चुना।
हम आपकी मुलाकात डॉ. शुभम अग्रवाल से करा रहे हैं। इनसे हमारे सहयोगी देवेन्द्र कुमार व रोहित जाटव ने बात की। उन्हांेने बताया कि वो राजगढ़ स्थित रामनाथ सिटी मे रहते हैं। शुरूआती शिक्षा कर्नल ब्राउन कैमरेज स्कूल देहरादून से हुयी। इसे बाद 11 व 12 आगरा से किया। मेडिकल की पढ़ाई के लिये कोचिंग ऋषिज्ञान केन्द्र आगरा से की। जब सफल हुआ, तो बीडीएस मुरादाबाद से किया। अपने देश का चक्कर लगाने के बाद ज्ञान पूरा कर रहे डा. शुभम ने बताया कि उन्होने पोस्ट ग्रेजुएशन इन ओरल एंड मैक्सिोफेशियल सर्जरी कर्नाटका से किया।
उन्होने बताया कि पहली फैलोशिप कोलकाता से की। दूसरी बर्धा से की। वो सार्टीफाइड इम्प्लाटालोजिस्ट हैं। उन्हांेने सर्टिफाइड ए.ओ टामा यानि सर्जन को जर्मनी से किया। छोटी सी उम्र मे कई डिग्री लेने के बाद शुभम ने मुखाकृति के नाम से अगस्त 2017 मे डेटल क्लीनिक खोला।
उन्हांेने बताया कि हमारे यहां दांत के हर प्रकार के रोगों का इलाज किया जाता है। हम समय-समय पर कैंप का भी आयोजन करते हैं, जिससे लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा सके। उन्होने बताया कि हमारे यहां आने वाले गरीब मरीजो को इलाज मे सुविधा दी जाती हैं। डा. शुभम अग्रवाल की विशेषताएं नीचे दिये गये कार्ड मे निहित हैं। यदि आपको दांत की किसी प्रकार की परेशानी हैं, तो आप डाक्टर शुभम से आज ही संपर्क कर सकते हैं।