नई दिल्ली 7 अगस्तः अभी बिहार का मुज्जफफरपुर और यूपी के देवरिया का यौन शोषण कांड शान्त ही नहीं हुआ था कि हरियाण के नूंह मे एक यौन शोषण का मामला सामने आया है। यह नूंह के बाल गृह का मामला है।
बताया जाता है कि बड़े हाई फ्रोफाइल तरीके के इस बाल गृह मे कई तहखाने है। यह मामला राज्य बाल संरक्षण आयोग के छापे मे सामने आया।
बताया जाता है कि सेसौला के नूंह मे एक बाल गृह संचालित किया जाता है। इसमे कई प्रकार की अनियमितताएं मिल रही थीं। कहा जा रहा है कि यहां बगैर रिकार्ड के करीब 38 लड़के-लड़कियो को रखा गया है।
इतना ही नहीं इनसे लिखा लिया गया कि यदि कुछ हो जाता है, तो संस्था की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। यह बच्चे धर्म विशेष के बताये जाते हैं। इन्हे परिवार से मिलने की अनुमति नहीं दी जाती थी।
नूंह के इस बालगृह पर जब राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने जब छापेमारी की तो ऐसी ही कई अन्य चौंकाने वाली बातें सामने आईं। आयोग ने आशंका जताई हैं कि इन बच्चों का यौन शोषण किया जाता है।
इस मामले में आयोग ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है और कड़ा एक्शन लेने की मांग की है। यह बाल गृह 2016 से चल रहा है और यहां तक पहुंचने के लिए तीन किलोमीटर तक पक्की सड़क भी नहीं है। यहां सभी नियमों को ताक पर रख दिया गया।
फाइव स्टार की तर्ज पर बने इस बाल गृह में तहखाने भी हैं, जिसमें कंट्रोल रूम की तरह कंप्यूटर भी रखे हुए हैं। एक ऑफिस के जरिए तहखाने में जाने का रास्ता है, जिसे ढक्कन से बंद करके रखा जाता है। जब बाल गृह से पूछा गया कि बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया में क्यों नहीं लाते तो संस्था इसका जवाब नहीं दे पाई।