नई दिल्ली 6 सितंबर SC ST Activa केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन के बाद सवर्णों की गुस्सा आज भारत बंद के रूप में सामने आई है । सवर्णों के भारत बंद का असर दिखने लगा है इसके विभिन्न राज्यों से प्रदर्शन और बंद की तस्वीरें सामने आ रही हैं।
सवर्णों ने आखिर भारत बंद क्यों बुलाया है और उनकी नाराजगी की क्या कारण है इस बात को लेकर बहुत कम लोगों को शायद जानकारी है। श्रवण चाहती है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला लागू किया जाए।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी एक्ट पर जो फैसला सुनाया था उसे सवर्ण समाज बिल्कुल सही मानता है. सवर्ण समुदायों का कहना है कि इस एक्ट का दुरुपयोग कर उन्हें झूठे मामलों में फंसाया जाता है. यही कारण है कि लोग एससी/एसटी एक्ट पर शीर्ष न्यायालय के फैसले को बहाल करने की मांग कर रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद देशभर में दलितों का गुस्सा फूट पड़ा. इसी साल 2 अप्रैल को दलितों ने भारत बंद बुलाया था, जिसमें काफी हिंसा हुई थी. इसी वजह से सरकार पर दबाव बना और सरकार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटना पड़ा. सरकार ने मानसून सत्र में एससी-एसटी एक्ट में संशोधन से संबंधित विधेयक को मंजूरी दे दी.
दरअसल, SC/ST एक्ट के तहत दलित समुदाय का कोई व्यक्ति यदि किसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराता है, तो आरोपी व्यक्ति के खिलाफ तुरंत प्राथमिकी दर्ज हो जाती है. इतना ही नहीं बल्कि उसे बिना जांच के गिरफ्तार कर लिया जाता है.
– एससी/एसटी एक्ट में केस दर्ज होते ही गिरफ्तारी का प्रावधान है.
-आरोपी को अग्रिम जमानत नहीं मिल सकेगी, हाईकोर्ट से ही नियमित जमानत मिल सकेगी. जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल संबंधी मामलों में तत्काल मुकदमा दर्ज होगा।
SC ST केस की सुनवाई सिर्फ स्पेशल कोर्ट में होगी।