इलाहाबाद। सोशल मीडिया पर शनिवार को एक वायरल वीडियो ने तहलका मचा दिया है। वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा कर रहा है। इस वीडियो में एक महिला अधिकारी अपने बारे में बता रही हैं कि कैसे मात्र 1 लाख रुपये में ही उन्हें पहले पेपर की आंसर की मिली। फिर कैसे दूसरे पेपर और इंटरव्यू में पहुंची, फिर सेलेक्शन हुआ। महिला 2016 में हुई रेवेन्यू इंस्पेक्टर पद पर चयनित हुई है।
फिलहाल, वीडियो को सीएम योगी आदित्यनाथ, सीबीआई व पीएम नरेंद्र मोदी को भी भेजा गया है। हलांकि शासन की ओर से अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं है। लेकिन वीडियो में दिख रही महिला से पूछताछ आयोग में होने वाली धांधली का खुलासा जरूर होगी। इस मामले में प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी अवनीश पांडेय ने दावा किया कि वीडियो में बोल रही महिला अनामिका यादव हैं। इनकी पोस्टिंग मौजूदा समय में लखनऊ के नगर निगम जोन 5 आलम बाग में बतौर रेवेन्यू इंस्पेक्टर है।
फिलहाल माना यह जा रहा है कि सीबीआई के लिये अब यह वीडियो बड़ी कड़ी साबित होने वाली है क्योंकि सीबीआई अब पूछताछ कर सेटिंग करने वाले पूरे गैंग की जानकारी ढूंढ निकालेगी और भ्रष्टाचार की परत दर परत खुलेगी। क्या दिख रहा वीडियो में इस वायरल वीडियो में लखनऊ का कोई रेस्टोरेंट है।
इस रेस्टोरेंट में कैमरे के सामने महिला अधिकारी बैठी है जबकि बातचीत से पता चलता है कि दो लोग सामने बैठे हैं। इनमें बातचीत कर वीडियो बना रहा लड़का खुद को एआरओ का अभ्यार्थी बताता है और अपने लिये भी सेटिंग करने की बात कह रहा है। साथ बैठा दूसरा शख्स भी कैमरे में नहीं दिखता लेकिन बातचीत से पता चलता हैं कि नौकरी लगवाने की सेटिंग वही करता है और वीडियो बनाने वाले युवक को अपनी उपलब्धि और भरोसे का विश्वास दिलाने के लिये ही वह उसे महिला से मिलवाने ले गया था। महिला सतर्क जरूर थी और हर बात सोच समझ कर ही बोल रही थी लेकिन उसके मुंह से पूरी भ्रष्टाचार कथा अब कैमरे में दर्ज हो चुकी है।
वह शुरू से लेकर यानी परीक्षा में बैठने से लेकर नौकरी मिलने तक की पूरी जानकारी बारीकी से देती है। आप भी यह पूरा वीडियो देखिये और खुद देखिये सुनिये कि महिला को कैसे राजस्व अधिकारी की नौकरी मिली थी।