लखनऊ 13 सितंबर पिछले कई दिनों से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें तेज हो रही थी लेकिन विस्तार का मौका नहीं मिल सका है। अब एक बार फिर से योगी के मंत्री मंडल के विस्तार की सुगबुगाहट तेज हो गई है। माना जा रहा है कि पितृपक्ष से पहले इस विस्तार को अंतिम रुप दिया जा सकता है इस फेरबदल में बुंदेलखंड से कुछ लोगों के नाम शामिल हो सकते हैं तो कुछ का कद घट सकता है।
कहां जा रहा है कि मिशन 2019 के फतेह को लेकर मंथन में जुटा राष्ट्रीय नेतृत्व यूपी में योगी मंत्रिमंडल में विस्तार को लेकर गंभीर है। इसके लिए सितंबर के अंतिम सप्ताह में यानी पितृपक्ष से शुरू होने के पहले इस विस्तार को अमलीजामा पहना जा सकता है।
आपको बता दें कि इस समय योगी मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समय 47 सदस्य है। विधायकों की संख्या के हिसाब से यह संख्या 60 हो सकती है यानी अभी 13 लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
योगी मंत्रिमंडल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि 75 जिलों में से करीब 44 से कोई पसंद ही नहीं है राम मंदिर जैसे मुद्दे को लेकर चर्चा में रहने वाला अयोध्या भी प्रतिनिधि से छूटा हुआ है।
पश्चिम में दलित समाज और गुर्जरों के प्रतिनिधि को लेकर भी चर्चा चल रही है।
इस विस्तार में एक रोचक बात यह सामने आ रही है कि सरकार SC ST X को लेकर बने माहौल के बाद मंत्रिमंडल में कुछ और पिछले बा दलित विधायकों को स्थान दे सकती है इसमें आगरा का नाम सामने आ रहा है।
एक चर्चा यह भी है कि बुंदेलखंड को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी गंभीर हैं माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में कई लोगों को बाहर किए जाने और उनका कद घटाए जाने की स्थिति में बुंदेलखंड से वर्तमान में मंत्रियों पकड़ घट सकता है या उन्हें बाहर किया जा सकता है इसके अलावा यहां से किसी एक चेहरे को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है ।
इस मामले में झांसी विधायक रवि शर्मा का नाम सामने आ रहा है