कोंच । शनिवार को जिले के आला अधिकारियों डीएम और एसपी की कोंच में संपन्न गोष्ठी के बाद उनकी मंशा के अनुरूप तहसील के अधिकारियों ने आगे बढना शुरू कर दिया है। विकास खंड कोंच के ग्राम पडऱी में एसडीएम गुलाब सिंह ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर कहा कि शासन और प्रशासन अन्ना जानवरों की समस्या से निपटने के लिये प्रयासरत हैं, ऐसे में ग्रामीणों का भी दायित्व है कि वे इस काम में सहयोग करें। छुट्टा घूम रहे मवेशियों मेंअपने अपने जानवरों को चिन्हित कर उन्हें खूंटों से बांध कर वे सहयोग करें और इसके बाद जो शेष बचेंगीं उनके प्रबंधन का प्रयास किया जायेगा।
जो लोग अपनी गायें या अन्य जानवर घरों में बांधने में आनाकानी करेंगे उनके खिलाफ कानूनी तौर पर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने लेखपाल को निर्देश दिये कि ग्रामीणों द्वारा बताई गई जगह की नापजोख करें और ग्राम प्रधान से मिलकर जाली फेंसिंग करायें ताकि आवारा जानवरों को रात में बंद किया जा सके। बैठक में इस पर भी सहमति बनी कि उन मवेशियों की देखभाल के लिये गांव के लोग पालियों में सहयोग करेंगे। ग्यारह सदस्यीय ग्राम समिति भी बनाई गई जो आवारा पशु प्रबंधन के लिये काम करेगी। ग्राम प्रधान राजकिशोर से बताया कि उनकी निधि मै एक लाख रुपया है जिस पर एसडीएम ने उस निधि से तार फेंसिंग कराने को कहा। इस दौरान नायब तहसीलदार राकेश राजपूत, प्रभारी निरीक्षक संजयकुमार गुप्ता, एसआई सुरेन्द्रकुमार सिंह, मंगलसिंह, सुशीलकुमार, प्रमोदकुमार, दिलीप पटेल, मुन्नालाल, जयनारायण, बब्बू, अवधविहारी, राजनारायण, हरिमोहन, देवेश पटेल आदि मौजूद रहे।