झाँसी। भारतीय प्रजाशक्ति पार्टी व नारीशक्ति सेना के तत्वाधान में संयुक्त रूप से बुन्देलखण्ड की पावन धरा को शराब व मादक पदार्थो से मुक्त कराने के लिये जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर आन्दोलन की नई शुरुवात की गयी। इस मौके पर दर्जनों पदाधिकारी, कार्यकर्ता व सामाजिक संगठनों ने अपनी उपस्थिति में एकसुर में इस संकल्प को दोहराया गया कि अब हम अपनी पावन धरा को शराब व मादक पदार्थों की बिक्री से दूषित नहीं होने देंगे।
पार्टी के रा. अध्यक्ष पंडित पंकज रावत ने कहा कि पार्टी पिछले कई माह से बुन्देलखण्ड को शराब मुक्त कराने के लिये आन्दोलन चला रही है जिसमें मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने के साथ साथ पार्टी ने आबकारी विभाग को उनकी दूषित कार्यप्रणाली के कारण चूड़ियां भी भेंट की थी लेकिन कुछ समय कार्रवाही के पश्चात फिर वही ढाक के तीन पात वाली स्थिति उत्पन्न हो गयी।
रावत ने कहा कि गांवों की स्थिति तो इतनी बत्तर हो चुकी है कि सुबह से ही शराब बिकना शुरु हो जाती है, शराब बेचने वालों को किसी भी प्रकार के कानून का भय नहीं है। घर का मुखिया घर की कमाई को शराब में उड़ा दे रहे है महिलायें व उनके बच्चे भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके है। नौनिहालों को शिक्षा व कपड़ों तक के लाले पड़ चुके है। कई युवा असमय मौत के मुंह में जा चुके है। ऐसे में विकास की बात करना बेमानी हो जाती है।
रावत ने कहा कि शहरों के स्कूलों, चौराहों व धार्मिक स्थलों पर शराब की दुकानों को सरकार द्वारा अनुमति दिये जाने से पूरा शहर शराब मण्डी के रूप में नजर आता है, चाहे स्कूल हो, धार्मिक स्थल या फिर बाजार शराबियों के जमावडे़ के कारण असमाजिक तत्व सुबह 10 बजे से ही सक्रिय हो जाते है। इसका सीधा प्रभाव सामाजिक लोगों की जिन्दगी पर पड़ रहा है। यदि बुन्देलखण्ड से शराब बिक्री को बन्द नहीं कराया जाता है तो वह दिन दूर नहीं जब विद्यार्थीयों के साथ साथ महिलायें भी शराब की चपेट में आ चुकी होंगी।
इस मौके पर नारीशक्ति सेना की प्रदेश प्रभारी मीना रायकवार ने कहा कि शराब से सरकार का खजाना तो बढ़ सकता है लेकिन परिवारों के विनाश पर नहीं। श्रुति चडडा ने कहा कि शराब न सिर्फ नारियों की जिन्दगी से खिलवाड़ करती है घरों को बर्बाद करती है।
जिलाध्यक्ष जयकिशन गोस्वामी ने कहा कि गांव-गांव व शहर-शहर आन्दोलन को धार दी जायेगी और सरकार को इसे बन्द करने को बाध्य किया जायेगा।
इस मौके पर राधारमन उपाध्याय, धरन शर्मा, रमन दास जी महाराज, दीपक घुटेरिया, प्रीति साहू,, भावना राजपूत, श्रुति चडडज्ञ, सुमन अहिरवार, रैना, मिथिला, पंचों, देवकुंवर, अंगूरी, दयावती, रामवती, लक्ष्मी, शान्ती, कस्तूरी, आकाक्षा, राजीव ओझा, राजेश तिवारी, धीरज मिश्रा, सचिन मिश्रा, आनन्द मुदगल, प्रभात रावत, प्ऱद्युम्न मिश्रा, नीरजा रावत, मीना रायकवार, सुमन, देवकुंवर, मंजू, द्रोपदी, कमला, फूलवती, रोहित शर्मा, जयकिशन गोस्वामी, अवनीन्द्र कोशिक, गिरेन्द्र दास जी, जगमोहन यादव, मुन्नालाल, रोहित शर्मा, सोनू गुप्ता, हरी तिवारी, सौरभ परिहार, सुरेन्द्र, आकाश सविता, अमन, विवेक मिश्रा, अभय गुप्ता, चन्दन कुशवाहा, पवन, रोहित झा, कैलाश, महेन्द्र साहू, अतुल रायकवार, अरुण कुशवाहा, जय प्रकाश झा, दीपेन्द्र बिलगैंया, रोली, कमल, वासुदेव, दीपक, दिलीप, अनिल, शशिकांत चौबे, अखिल, मनीष प्रजापति, अखिलेश कुशवाहा, फूल चन्द अहिरवार, नितिन पण्डित, अखिलेश वर्मा, सुनील सैनी, वीरु कुशवाहा, कुशाग्र सोनी
कार्यक्रम का संचालन प्रीति साहू ने तथा आभार भावना राजपूत ने किया।