नई दिल्ली 9 जनवरी । राज्यसभा में आज सवर्णों को 10 फीसद आरक्षण बिल पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव के बीच तीखी बहस हो गई। रामगोपाल यादव ने कहा कि आपको इतनी जल्दी क्या है इस बिल को लाने की। 4 साल पहले क्यों नहीं लाए? उन्होंने कहा सरकार जुमला रही है उससे कोई लाभ होने वाला नहीं है जिन गरीबों के लिए सरकार बात कर रही है उन्हें लाभ ही नहीं मिलेगा।
यादव ने कहा कि क्योंकि उन लड़कों की मेरिट जो आएगी वह काफी ऊपर जाएगी। मतलब जो मेरिट का आंकड़ा था वह आपने छोटा कर दिया। आपने मेरिट को शॉर्टकट कर दिया और संख्या को बढ़ा दिया । 1 साल बाद आपको इसका असर दिखने लगेगा।
इस पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह बोल बैठे। उन्होंने कहा कि मैंने बैठे हुए कोई टिप्पणी नहीं की। आप मेरिट की बात कर रहे हैं, लेकिन जब आप मुस्लिम आरक्षण लाए तो क्या मेरिट की संख्या कम नहीं होगी। आप तो मुस्लिम आरक्षण ले आए, तो मेरिट के बच्चों का क्या होगा । आप अपना 2012 का मेनिफेस्टो देख लीजिए
दोनों के बीच हुई तीखी बहस के दौरान रामगोपाल ने कहा कि उनकी पार्टी इस बिल का समर्थन करती है उन्होंने कहा कि सरकार यह बिल कभी भी ला सकती थी लेकिन 2019 का चुनाव सिर पर देख इसे पेश कर दिया गया है।
अगर इनके दिल में ईमानदारी होती तो तीन-चार साल पहले यह बिल आ जाता।