नई दिल्ली 28 फरवरी। इस समय पूरी दुनिया के सामने एक ही सवाल है। क्या भारत और पाकिस्तान के बीच जंग होगी? यदि जंग हुई तो क्या होगा? इस सवाल को यदि वैज्ञानिकों के आकलन के आधार पर देखें तो दोनों देशों के बीच एडमिन जंग की सूरत में 2 करोड़ 10 लाख लोगों की मौत तो पहले ही हफ्ते में हो जाएगी।
मौतों का आंकड़ा दूसरे विश्व युद्ध में मारे गए लोगों की तादाद के मुकाबले आधी होगी । इतना ही नहीं मौत का यह आंकड़ा हिंदुस्तान में पिछले 9 सालों में आतंकवादी हमलों में मारे गए आम लोगों, पुलिस जवान और सुरक्षाबलों की कुल तादाद से 2 हजार 221 गुना ज्यादा होगी।
इससे यह साफ है कि इस वक्त आतंकवादी इंसान और इंसानियत को जितना नुकसान पहुंचा रहे हैं परमाणु युद्ध उससे 2000 गुना ज्यादा इंसानों की जान ले लेगा।
बताया जाता है कि हालत युद्ध के बाद यह होगी कि दुनिया की एक बड़े इलाके से पेड़ पौधों और वनस्पतियों का नामो निशान मिट जाएगा । पेड़ पौधों का नामोनिशान भी खत्म हो जाएगा और सिर्फ इसके कारण से लगभग 2 अरब लोग भूख से मारे जाएंगे।
यह आंकड़े 2013 में भौतिक विज्ञान को के अंतरराष्ट्रीय संगठन ने परमाणु युद्ध रोकने के लिए किए गए एक अध्ययन के बाद जारी किए थे।
इतना ही नहीं परमाणु युद्ध से रेडिएशन का असर लोगों को सिर्फ तड़पाएगा ही नहीं बल्कि बाकी दूसरे तरीकों और नतीजों से भी उन्हें तिल तिल कर मार देगा वैज्ञानिकों की मानें तो इतने रेडिएशन से वायुमंडल में ओजोन परत बर्बाद हो जाएगी।
वायुमंडल में ओजोन परत के गायब होने या बर्बाद होने का मतलब यह होगा कि हवा से वह गैस खत्म हो जाएगी जो मौसम को बदलती है यानी सर्दी और गर्मी का मौसम नहीं होगा।