झाँसी। राजनीति में पदार्पण कर रहे स्व विश्नाथ शर्मा के बेटे अनुराग शर्मा झाँसी सीट से बीजेपी के प्रत्याशी बनाये गए हैं। अनुराग लोगों से मिल रहे है, उन्हें हर दिल में जगह बनानी है।
राजनीतिक पथ पर अपने पहले कदम को बढ़ाते हुए अनुराग शर्मा ने लोगों का प्यार पाने के लिए प्रयास करना शुरू कर दिए हैं। गलियों में गांव में और धार्मिक से लेकर सामाजिक संगठनों तक पहुंचने की जद्दोजहद में बीते रोज उन्हें परिवार से जो संबल मिला, वह उनकी सफलता में उन्हें भावनात्मक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।
दरअसल, बीते रोज नामांकन के मंच पर अनुराग शर्मा को अपनी चाची अनुराधा शर्मा का खुला आशीर्वाद मिला। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में अचानक अनुराधा शर्मा ने सार्वजनिक मंच से जिस तरह से अनुराग को आशीर्वाद दिया, वो राजनीतिक गलियारे में जितना चर्चा का विषय बना, उससे कहीं ज्यादा अनुराग के लिए दिलासा देने वाला साबित हुआ।
पर, अनुराग जो प्यार वह हर रोज हासिल करते हैं, उस प्यार के आशीर्वाद ने उन्हें आज इस मुकाम पर पहुंचा है। राजनीतिक पारी शुरुआत में अनुराग को मां ने आलिंगन किया। बेटे के लिए आंखों में सजे सपने हर किसी को नजर आ गए। बेटे की आंखें भी दूर नजर आ रही मंजिल को निहार रही थी।
पल भले ही भावुक और परिवारिक रिश्ते को दर्शाने वाले हो, लेकिन इन पलों में अनुराग के लिए जो संबल ,साहस और आशीर्वाद का भाव मां के हृदय से निकला, वह अनुराग को राजनैतिक रूप में मजबूत बनाने के लिए जीवन पर्यंत सहायता करेगा।
बरहाल, अनुराग शर्मा का राजनीतिक सफर शुरू हो गया है । यह तो आने वाला समय ही तय करेगा कि वह सफलता की किस मुकाम तक जाते हैं। जनता उन्हें कैसा आशीर्वाद देती है और राजनीतिक परिस्थितियों को वह किस प्रकार से संभालते हैं? अब सभी की निगाहें 29 अप्रैल को होने वाले मतदान पर टिकी हैं । इसके बाद भी तय हो सकेगा कि अनुराग अपने राजनीतिक पथ के प्रथम पड़ाव में सफल हुए या कोई कमी रह गई थी।