नई दिल्ली 10 अक्टूबरः कहने को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गौ प्रेम सबसे ज्यादा है। उन्हांेने सपा नेता मुलायम सिंह यादव की परिजन अर्पणा यादव की गौशाला का भ्रमण भी किया था। योगी गौशाला से इतने प्रभावित थे कि उन्होने वहां पल रही गायों को भरपूर मदद का आश्वासन दिया था, लेकिन स्थिति इसके उलट है। कान्हा उपवन मे पल रही गायों मे हर रोज चार से पांच गाय भूख, बीमारी और दुघार्टना के चलते दम तोड़ रही हैं।आपको याद होगा कि योगी ने अर्पणा यादव की गौशाला मे पहले तो आर्थिक प्रतिबंध लगाया था, लेकिन बाद मे यह कहकर आश्वस्त किया था कि वो गौ के लिये पैसा दंेगे।गौशाला मे पिछले कुछ दिनो से आर्थिक मदद न मिलने के कारण गायों की स्थिति खराब हो गयी है। आज तक मे प्रकाशित खबर के अनुसार गौशाला मे हर रोज चार से पांच गायों की मौत हो रही है।गौशाला को मिलने वाला अनुदान रोक दिये जाने से यह स्थिति बनी। बताते है कि हर गाय के लिये पचास रूपये प्रतिदिन के हिसाब से आर्थिक सहायता मिलती है। अब गौशाला के पास पैसा नहीं है।
57 एकड़ में बने इस गौशाला में इस समय करीब 2800 गायें हैं. हर रोज यहां करीब 40 आवारा गायें पूरे शहर से पकड़ कर लाई जाती हैं. लेकिन हालत यह है कि इन गायों के खाने और चारे की कोई व्यवस्था इस गौशाला में नहीं हो पा रही क्योंकि चारा सप्लाई करने वाले वेंडरों ने करोड़ो के बकाए के बाद अब चारा सप्लाई से मना कर दिया है. यही वजह है कि गायों की मौत भूख से हो रही है.
इस गौशाला का काम देख रही संस्था के सचिव एके त्रिवेदी ने बताया कि अप्रैल से उनकी संस्था को सरकार ने गायों की देखरेख के लिए एक पैसा जीवाश्रय संस्था के सदस्य जयकेश त्रिपाठी ने बताया कि राज्य गौसेवा आयोग से गौशाला के लिए 50 रुपए प्रति गाय के हिसाब से पैसा आना था, लेकिन अप्रैल से पैसा न मिलने के कारण गौवंश की रक्षा का काम नहीं हो पाया, यही कारण है कि इतनी बड़ी संख्या में गौवंश की मौत केवल एक गौशाला में हो रही है.