झांसीः कलेजा कंपा देने वाली मौत। जी हां, सही सुना आपने। झांसी के हंसारी मे एक वृद्वा की मौत इतने खतरनाक तरीके से की गयी कि हत्या करने वाले भी चौंक जाएं। आखिर क्या वजह रही होगी। वृद्वा कौन है और किसने उसकी हत्या की? इन सारे सवालो के जवाब से पहले हम आपको बता दंे कि पुलिस को आज हंसारी मे रहने वाली एक वृद्वा की लाश घर मे मिली।
झांसी के हंसारी मे रहने वाली श्रीमती लाड़कुंवर पत्नी स्व.भगवान दास अपने पुत्र जसवन्त सिंह के साथ रहती थी। जसवन्त कुछ काम नहीं करता था। उसकी पत्नी भी उसके स्वभाव से तंग आकर दो साल पहले उसे छोड़कर चली गयी थी। लाड़कुंवर के तीन और पुत्र हैं। सीताराम व जगदीश दतिया मप्र मंे रहते हैं, जबकि फूल सिंह हंसारी मे ही रहता है, लेकिन वो लाड़कुवर के साथ नहीं रहता था। आज लाड़कुंवर के मकान से पडोसी को जब तीव्र दुर्गन्ध आयी, तो उन्होने पुलिस को फोन किया। पुलिस के अनुसार घर के बाहर का ताला लगा था। पडोसी ने बताया कि मकान पिछले तीन दिन से बंद था। पुलिस ने ताला तोड़कर जब घर मे प्रवेश किया, तो पुलिस कर्मियांे की हिम्मत अंदर जाने की नहीं हुयी। पूरा घर दुर्गन्ध से भरा था।
पुलिस को किचिन मे से आ रही बदबू के बाद पता चला कि वहां किसी की लाश है। किचिन की तलाशी ली गयी, तो पुलिस यह देखकर हैरान रह गयी कि एक चटाई के नीचे वृद्वा की लाश पड़ी थी। लाश को कपड़े मे लपेटकर रखा गया था। वृद्वा की हत्या की बर्बरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसके शरीर पर कई जगह निशान मिले। वृद्वा की हत्या गला घोंटकर की गयी होगी। यानि कातिल वृद्वा की लाश को अपने हाथांे से कपड़े मे लपेटने के बाद चटाई से ढंककर भागा।
पुलिस के सामने सबसे पहला सवाल यह था कि आखिर किसने हत्या की होगी। पुलिस ने परिजनांे को सूचना दे दी। शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया।यहां सवाल यह है कि इतनी बेहरमी से वृद्वा का कत्ल आखिर क्यांे किया गया? दूसरा यह कि हत्यारा वृद्वा के पूरे घर से वाकिफ था। यानि उसकी मौजूदगी पहले रही होगी।
किचिन मे वृद्वा की हत्या गयी या फिर यहां लाश छिपाकर रखी गयी, पुलिस इसकी जांच कर रही है। जसवन्त का पुलिस को कुछ पता नहीं चला। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। हत्या का कारण पैसा या फिर विवाद हो सकता है। पुलिस अपने सुराग के जरिये हत्या करने वाले की तलाश मे जुट गयी है।