झांसीः चुनावी मैदान में अकेले नजर आने वाले बसपा के महापौर प्रत्याशी को क्यो अपनो का साथ नहीं मिल पा रहा, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। संगठन को धता बता रहे डमडम पर जब उपरी दबाव पड़ा, तो उन्होने एक दिन के लिये वरिष्ठ नेता सीताराम कुशवाहा को विज्ञापन मे जगह दे दी।
पार्टी के अंदर मचे घमासान और आम आदमी पार्टी के बसपा वोट बैंक मे सेंध लगते देख परेशान डमडम महाराज को पार्टी के बड़े नेताओ की याद आ गयी। अब तक विज्ञापन मे केवल पार्टी सुप्रीमो की फोटो प्रयोग कर रहे डमडम ने एक दिन के लिये सीनियर नेता सीताराम कुशवाहा की फोटो लगा दी।
सीताराम कुशवाहा को बसपा मे कददावर नेता के रूप मे जाना जाता है। बहनजी का आशीर्वाद प्राप्त सीताराम कुशवाहा ने पिछले विधानसभा चुनाव मे पार्टी को जीत के मुहाने तक पहुंचाने मे कोई कसर नहि छोड़ी थी। कुशवाहा समाज मे अच्छी पकड़ रखने वाले सम्य और मिलनसार सीताराम कुशवाहा इन दिनो नदारद से हैं।
डमडम के प्रचार मे यदाकदा जा रहे सीताराम से जब इस बारे मे बात करने की कोशिश की गयी, तो बताया गया कि घरेलु कार्यक्रमो मे व्यस्त हैं।
आपको याद होगा कि अखबारो मे निकल रहे जनसंपर्क विज्ञापन मंे किसी पार्टी नेता की तस्वीर नहीं है।
एक दिन के लिये सीताराम कुशवाहा को जगह दी गयी। इसके बाद वो गायब हो गये?
यहां सवाल यह है कि क्या यह डमडम की रणनीति का हिस्सा है या फिर पार्टी के सीनियर भी किनारा किये हुये हैं। किसी को तज्जवो नहीं देने के आरोपो से घिरे डमडम क्या कार्यकर्ताओ और नेताओ को अपने साथ ले सकेगे? या फिर चुनाव के बाद सारे गिले शिकवे दूर होगे? वैसे डमडम मीडिया से भी दूरी बनाये हुये हैं।