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नयी कहानी- मॉ की ममता…!

बेटा — रात के 1:30 को फोन आता है। फोन उठाता है तो वो मॉ का
है। मॉ कहती है, जन्म दिन मुबारक।
बेटा गुस्सा हो जाता है और मॉ से कहता है — सुबह फोन
करती। ईतनी रात को नींद खराब
क्यों की। कह कर फोन रख देता है।
थोडी देर बाद पिता का फोन आता है। बेटा पिता पर गुस्सा
नहीं करता, बल्कि कहता है — सुबह फोन करते।
फिर पिता ने कहा — मैने तुम्हे इसलिए फोन किया है कि
तुम्हारी मॉ पागल है, जो तुम्हे इतनी रात
को फोन किया।
वो तो आज से 45 साल पहले ही पागल हो गई
थी। जब उसे डॉक्टर ने ओपरेशन करने को कहा और
उसने मना किया था। वो मरने के लिए तैयार हो गई, पर ऑपरेशन
नही करवाया।
रात के 1:30 को तुमारा जन्म हुआ। 6 बजे से परेशान रात के 1:30
बजे तक रही। तुम्हारा जन्म होते ही
खुश हो गई। तुम्हारे जन्म से पहले डॉक्टर ने दस्तखत करवाये
थे, कि अगर कुछ हो जाये, तो हम जिम्मेदार नहीं
होंगे।
तुम्हे साल में एक दिन फोन किया, तो तुम्हारी
नींद खराब हो गई। मुझे तो रोज रात को 45 साल से, रात
के 1:30 पर उठाती है और कहती है,
देखो हमारे लाला का जन्म इस वक्त हुआ था।
बस यही कहने के लिए तुमे फोन किया था। इतना
कहते पिता फोन रख देता है।
बेटा सुन्न हो जाता है। सुबह मॉ के घर जा कर मॉ के पैर पकडकर
माफी मॉगता है। तब
मॉ कहती है, देखो जी मेरा लाल आ गया।
फिर पिता से माफी मॉगता है, तब पिता कहते है। आज
तक ये कहती थी, कि हमे कोई चिन्ता
नही। हमारी चिन्ता करने वाला हमारा लाला
है।
पर अब तुम चले जाओ। मै तुम्हारी मॉ से कहुंगा कि
चिन्ता मत करो। मैं तुम्हारा ध्यान रखुंगा।
तब मॉ कहती है — माफ कर दो, बेटा है।
सब जानते है दुनिया में एक मां ही है, जिसे जैसा चाहे
कहो, फिर भी वो गाल पर प्यार से हाथ
फेरेगी।
पिता अगर तमाचा न मारे, तो बेटा मॉ के सर पर बैठ जाये। इसलिए पिता
का सख्त होना भी जरुरी है।
माता पिता को आपकी दौलत नही, बल्कि
आपका प्यार और वक्त चाहिए। उन्हें प्यार दीजिए। मॉ
की ममता तो अनमोल है !!
 

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